गोरखपुर। पीएम मोदी के विजन आत्मनिर्भर भारत से होगा नये भारत का निर्माण, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मैकेनिकल इंजिनियरिंग ब्रांच अपने भगीरथ प्रयास से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस संदर्भ में सुप्रसिद्ध मदन मोहन मालवीय प्रायोद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के मैकेनिकल ब्रांच के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. जीऊत सिंह ने पूर्वांचल न्यूज डॉट काम से चर्चा करते हुए बताया कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मैकेनिकल इंजिनियरिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है, कोई भी देश जब तक अपने संसाधनो पर निर्भर नही रहेगा तब तक वह आत्मनिर्भर नही बन सकता है। वर्तमान समय में डीजल-प्रेट्रोल जैसे प्रेट्रोलियम पदार्थ सबसे ज्यादा भारत विदेशो से मंगाता है जिसके चलते काफी विदेशी मुद्रा खर्च होता है और हमारी त्वरित विकास की योजनाएं प्रभावित होती है। प्रेट्रोलियम पदार्थ का विकल्प के रूप में मैकेनिकल विभाग बॉयो प्रोडक्ट जैसे- जलकुंभी से डीलज, एथनॉल आदि पदार्थ के संसाधन उपलब्ध कराने में मैकेनिकल इंजिनियरिंग लगातार कार्य कर रहा है, इसके अलावा सूर्य के प्रकाश से सोलर एनर्जी को बनाने में मैकेनिकल विभाग दिन-रात एक कर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगा हुआ है। किसी भी राष्ट्र में मांग के अनूरूप सप्लाई पर ही विकास की गति निर्भर करती है। जैसे- कोरोना काल के दौरान वाहनो के निर्माण में लगने वाले चीप विदेशो से आने बंद हो गये जिससे वाहनो का निर्माण होना काफी कम हो गया था, लेकिन इस चैलेंज को मैकेनिकल विभाग ने स्वीकार किया और आज बड़ी तादात में चीप के अलावा अन्य उपकरण भारत में निर्माण हो रहे है। श्री सिंह ने बताया कि सीएम योगी के यूपी में इन्वेस्टर्स समिट 2023 से प्रदेश में बड़े तादात पर कर-कारखाने स्थापित होगें। इन उद्योगो को स्थापित करने में मैकेनिकल डिपार्टमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होगी जिससे देश व प्रदेश का सर्वागीण विकास होगा।