आजमगढ़। जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के महुला पिपरौली गांव में रविवार की सुबह अज्ञात कारणों से मड़ई में आग लग गई। जिससे पूरी गृहस्थी ही जल कर राख हो गई। वहीं आग से बचने के लिए चौकी के नीचे छिपी मासूम बच्ची की भी जलकर मौत हो गई। दो अन्य बच्चे भाग निकले, जिससे बाल-बाल बच गए। ग्रामीणों ने अथक प्रयास कर जब तक आग पर काबू पाया तब तक सबकुछ जल कर राख हो गया था। महुला पिपरौली गांव निवासी राजकुमार के पट्टीदार रामहित के घर रविवार को शादी थी। जिसमें शामिल होने के लिए राजकुमार की पत्नी शीला पहुंची थी। राजकुमार के चार बच्चे अपने रिहायशी मड़ई में मौजूद थे। पिता राजकुमार भी गांव निवासी गुड्डू पासवान के यहां आयोजित कार्यक्रम में भोजन बनाने के लिए गया था। सुबह अज्ञात कारणों से राजकुमार की रिहायशी मड़ई में आग लग गई। आग लगते ही राजकुमार की बेटी अंशिका (08) बचने के लिए चौकी के नीचे छिप गई। वहीं मौके पर मौजूद राजकुमार के दो अन्य बच्चे भाग कर बाहर निकल गए। मड़ई में आग लगते ही गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन ग्रामीण आग बुझाने की कवायद में जुट गए। पास स्थित पोखरी में चार से पांच पंप लगाकर आग बुझाने की कवायद शुरू कर दी गई। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक राजकुमार की पूरी गृहस्थी ही जलकर राख हो चुकी थी। आग बुझाए जाने के बाद राजकुमार की पत्नी शीला अपने बच्चों की तलाश में जुटी तो चार बच्चों में तीन तो मौजूद मिले लेकिन अंशिका नहीं दिखी। पड़े पुत्र ने बताया कि अंशिका मड़ई में चौकी के नीचे घुस गई थी। यह सुनते ही परिजनों व ग्रामीणों के होश ही उड़ गए। मड़ई में आग से जलकर राथ हुए ढेर को हटाकर जब लोग चौकी तक पहुंचे तो चौकी के नीचे मासूम अंशिका की जली हुई लाश पड़ी थी। सूचना पर रौनापार थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मासूम बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृत बच्ची दो भाई व दो बहन में सबसे छोटी थी। घटना से परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में कोहराम मच गया। वहीं घटना की जानकारी होने पर तहसीलदार विवेक दुबे भी मौके पर पहुंचे और जल्द ही आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का परिजनों को आश्वासन दिया। लेखपाल सुनील पटेल ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया। पीड़ित राजकुमार के अनुसार उसकी पूरी गृहस्थी के साथ ही एक बच्ची जलकर राख हो गई।