प्रयागराज। गुलाम की मुठभेड़ में मौत के बाद उसके भाई राहिल हसन ने कहा कि वह गुलाम हसन का शव नहीं लेंगे। वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति था। उसने हमारे परिवार की छवि को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया है। इसलिए हम उसके शव को नहीं लेंगे। वहीं गुलाम की मां खुशनुदा ने कहा कि, जितने भी गंदा काम करने वाले हैं वह जिंदगी भर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से यूपी एसटीएफ ने गलत नहीं किया। तुमने किसी को मारकर गलत किया और जब तुम्हारे पर कोई आया तो हम उसको गलत कैसे कहें? मैं शव को नहीं लूंगी। उसकी पत्नी का उन पर हक है, मैं उसको मना नहीं कर सकती। मैं अपनी जिम्मेदारी लेती हूं कि हम नहीं लेंगे।