गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद पार्क धामूपुर पहुंचे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद और उनकी धार्मपत्नी रसूलन बीबी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत को वीर अब्दुल हमीद के परिजनों ने सम्मानित किया। इसके बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मेरे पापा परमवीर नामक पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले वतन पर उनके कुर्बानी पर यही बाकी निशां होगा। जीवन जीकर अपने अनुभव के आधार पर स्मृति बनाने वाले ये भगवान स्वरुप लोग है। यह कठिन तपस्या है। उन्होने कहा कि समाज में दो तरह के लोग होते हैं एक योगी होते हैं जो सत्य के लिए निरंतर साधना करते हैं दूसरे वह मानव होते है जो सत्य के लिए रण में लड़ते हैं और वीरगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए वह उत्तमगति के अधिकारी होते हैं। वीर सैनिक अपने प्राण देकर अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हैं वह अपने लिए नही अपने देश के लिए जीते हैं और देश के लिए लड़ते हैं। वीर अब्दुल हमीद का उदाहरण सबसे उत्तम हैं कि जीवन कैसा होना चाहिए। उन्होने देश के लिए अपनी प्राणों की आहुति देकर अपने नाम को अमर कर लिया, इसीलिए हम लोग उनको याद करते हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सभी लोगों को वर्ष में एक बार जरुर परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद धाम में आना चाहिए और उनके स्मतियों को स्मरण कर आचार-व्यवहार के प्रयोग में अपनाना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कैप्टन मंसूरी और संचालन संतोष यादव ने किया।