सोनभद्र। ट्रक मालिकों का सोनभद्र के कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन देखने को मिला। उनका कहना था कि रेणुकूट-अनपरा मार्ग पर आए दिन लग रहे जाम से निजात के लिए गत 26 अक्तूबर को एनटीपीसी शक्तिनगर के परिसर में पुलिस-प्रशासन व परियोजना के अधिकारियों ने बैठक की थी। इसके बाद जाम का कारण पुराने वाहनों को बताते हुए गत 30 सितंबर को सात वर्ष की अवधि पूरा कर चुके ट्रक-ट्रेलर से कोयला व राख परिवहन न कराने का निर्देश जारी किया था। यह निर्णय पूरी तरह अव्यवहारिक है। इससे सैकड़ों ट्रक मालिकों का व्यवसाय चौपट हो जाएगा। जाम की मुख्य वजह पावर परियोजनाओं से राख का ओवरलोड परिवहन और सड़क मार्ग का चौड़ीकरण न करना है। बावजूद मूल समस्या की अनदेखी कर ट्रक मालिकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने इस फैसले को वापस लेने की मांग की। कहा कि ऐसा न होने पर आंदोलन के लिए विवश होंगे। डीएम बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि प्रशासन की मंशा आम लोगों को सहूलियल देना है। उन्होंने बताया कि परियोजना अधिकारियों से वार्ता के बाद ही यह निर्णय लिया है। जल्द ही इस संबंध में दोबारा बैठक होगी। इसमें इस मुद्दे को रखा जाएगा। हर संभव समाधान का प्रयास किया।