चंदौली। जिले के अलग-अलग इलाकों में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करते समय और तालाब में पूजा सामग्री विसर्जित करते समय चार युवतियां गंगा में डूब गईं। खोजबीन करने पर दो युवतियों का शव मिला है। एक को मल्लाहों ने बचा लिया, जबकि एक की तलाश की जा रही है। पहली घटना चंदौली सदर कोतवाली में हुई। यहां पूजन सामग्री तालाब में विसर्जित करने पहुंची दो चचेरी बहनें डूब गईं। इसमें दोनों की मौत हो गई। दूसरी घटना, अलीनगर थाना के कैली गंगा घाट पर हुई। यहां गंगा स्नान के दौरान किशोरी डूब गई। मल्लाहों ने एक को बचा लिया, जबकि दूसरे की तलाश की जा रही थी। जसुरी निवासी बबीता उर्फ खुशबू (22) और खुशी (14) दोनों बहनें कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए गांव के तालाब पर गई थीं। इस दौरान एक युवती का पैर फिसल गया और डूबने लगी। जिसे बचाने के दौरान उसकी दूसरी बहन भी गहरे पानी मे चली गई। साथ में गई छोटी बच्ची ने भागकर घटना की जानकारी परिजनों को दी, लेकिन जब तब परिजन पहुंचे, दोनों चेचेरी बहनें डूब चुकी थी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू कर दोनों का शव बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए लिए भेज दिया। इसके बाद आगे की कार्रवाई जुट गई। इसकी जानकारी होने के बाद परिजनों के साथ-साथ रिश्तेदारों की भीड़ जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पर लग गई। परिजनों के करुण रुदन से पोस्टमार्टम हाउस का माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया। लोग यह चर्चा करते रहे कि दोनों चचेरी बहनों की मौत एक साथ होना सभी को मर्माहत करता है। इस संबंध में सीओ सदर राजेश राय ने बताया कि सदर कोतवाली के जसुरी गांव के तालाब में दो बहने कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के दौरान डूब गई। इसके कारण दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अलीनगर थाना के कैली गंगा घाट पर माता-पिता के साथ स्नान करने गई दो बहनें गंगा में डूब गईं। मटकुट्टा गांव निवासी संजय चौहान बेटी सरस्वती (08) बहन प्रतिमा के साथ गंगा स्नान के लिए गई थी। स्नान करते समय दोनों गंगा में डूब गईं। यह देख मल्लाहों ने प्रतिमा को बचा लिया, लेकिन सरस्वती का पता नहीं चला। सूचना पाकर मौके पर पुलिस और गोताखोरों की टीम पहुंच गई।