गाजीपुर। बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीए काजल गुप्ता ने बताया कि चुनावी साल होने के चलते ये पूर्ण बजट की जगह अंतरिम बजट है। वित्त मंत्री सीतारमण का ये पहला अंतरिम बजट भी है। सरकार ने बजट पेश करते हुए परंपरा को भी बनाए रखा। दरअसल, अंतरिम बजट पेश होने के कारण हमेशा की तरह कोई बड़े लोकलुभावन वादे नहीं किए गए और सरकार ने अपनी आगे की सोच को दर्शाया। बजट 2024 चार चीजों पर केंद्रित है, गरीब, महिलाएं, युवा और देश के किसान। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2024-25 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.1 फीसद रहने का अनुमान है। जीएसटी ने व्यापार और उद्योग पर अनुपालन के बोझ को कम कर दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी व्यवस्था ने सभी को फायदा पहुंचाया है और सरकार का टैक्स कलैक्शन बढ़ा है। सरकार ने इस बार आयकरदाताओं को कोई राहत नहीं दी है। वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का फोकस लोगों को बेहतर रेल सुविधा देने का है। इसी के चलते वंदे भारत पर सरकार खासा ध्यान दे रही है और इसी के अनुरूप ट्रेन की 40 हजार बोगियां अपग्रेड होंगी। मोदी सरकार ने मिडिल क्लास के लिए बड़ा एलान किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही हाउसिंग प्लान लाने की तैयारी में है, जिससे सभी को सस्ता घर मिलेगा। देश में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी होकर 149 हो गई है। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में 1000 से ज्यादा नए एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दिया गया है। वित्त मंत्री ने बताया कि रूफटॉप सोलराइजेशन से एक करोड़ परिवार को प्रत्येक महीने 300 यूनिट निशुल्क बिजली दी गई है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार 3 करोड़ मकानों के लक्ष्य के करीब है और अगले 5 सालों में दो करोड़ अतिरिक्त मकानों का निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि इस बजट में हमारा 4 जातियों पर फोकस है। उन्होंने कहा कि महिला, गरीब, युवा और किसान ही हमारे फोकस में हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों की संख्या बढ़ाने पर हमारी सरकार का जोर है। उन्होंने कहा कि हमने 3000 आईटीआई खोले हैं।