गाजीपुर। स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर के प्राचार्य प्रोफ. डॉ राघवेंद्र कुमार पाण्डेय के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना की सभी इकाइयों द्वारा सप्त दिवसीय विशेष शिविर के पंचम दिवस पर प्रथम सत्र में स्वयं सेवकों द्वारा जल-संरक्षण एवं गंगा स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत प्रभात फेरी निकाली गयी। यह रैली स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर से प्रारम्भ होकर महादेवा से होते हुए गंगा नदी के किनारे गयी जहाँ पे स्वयं सेवकों द्वारा साफ सफाई भी की गयीl इसके उपरांत द्वितीय सत्र में जल संरक्षण विषय पर भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रिया कुमारी, मुस्कान जायसवाल और नीति मौर्या ने भाग लिया। इस विशेष अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफ. डॉ अरुण कुमार यादव जल संरक्षण के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत कियेl उन्होंने बताया कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल-संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है। हम हमेशा से सुनते आये हैं “जल ही जीवन है”। जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती, जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है। पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमुल्य संसाधन है जल, या यूं कहें कि यही सभी सजीवो के जीने का आधार है जल। धरती का लगभग तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है, किन्तु इसमें से 97% पानी खारा है जो पीने योग्य नहीं है, पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3% है। इसमें भी 2% पानी ग्लेशियर एवं बर्फ के रूप में है। इस प्रकार सही मायने में मात्र 1% पानी ही मानव के उपयोग हेतु उपलब्ध है। इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा॰ शिव शंकर यादव ने कहा कि भविष्य में जल की कमी की समस्या को सुलझाने के लिये जल बचाना ही जल संरक्षण है। कार्यक्रम अधिकारी डा॰ रुचि मूर्ति सिंह ने कहा कि हमें अपने जीवन में उपयोगी जल को बर्बाद और प्रदूषित नहीं करना चाहिए तथा लोगों को जल संरक्षण के लिये प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डा॰ त्रिनाथ मिश्र एवं धर्मेन्द्र और सहायक कर्मचारी राम प्रवेश एवं नीरज सिंह उपस्थित रहे।