सोनभद्र। नगर के पूरब मोहाल में दो दिन पहले महिला की हत्या कर खाली प्लाट में फेंके गए शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। घटना का खुलासा करते हुए सीओ ने दावा किया कि महिला के प्रेमी ने ही उसकी गला घोंटकर हत्या की थी। पहले से ही शादीशुदा प्रेमी पर महिला शादी करने और पैसे देने का दबाव डाल रही थी। सदर कोतवाली में सीओ सिटी राहुल पांडेय ने मीडिया को बताया कि 11 मार्च को पूरब मोहाल के खाली प्लॉट में झाड़ियों के बीच महिला की हत्या कर फेंका गया शव मिला था। आधार कार्ड से उसकी पहचान फुलवार निवासी ममता श्रीवास्तव के रूप में हुई। दो साल पहले प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति राजीव श्रीवास्तव की हत्या के मामले में वह गिरफ्तार हुई थी और कुछ माह पहले ही जमानत पर बाहर आई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। पुलिस ने मृतका के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लेकर छानबीन की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सीओ ने बताया कि जमानत पर बाहर आने के बाद ममता का फूलवार के ही नंदू यादव से नजदीकी बढ़ गई थी। वह मुकदमे की पैरवी सहित अन्य कार्यों में ममता की मदद करता था। पुलिस ने नंदू को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार की। पूछताछ में नंदू ने बताया कि कुछ महीनों से ममता से उसका संबंध था। ममता उस पर पैसे देने और विवाह करने का दबाव बना रही थी, जबकि नंदू पहले से शादीशुदा है। सामाजिक व पारिवारिक लोक लाज के कारण वह ममता से शादी नहीं करना चाहता था। इस कारण उसने ममता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसी के तहत 10 मार्च को उसे दुद्धी बुलाया और वहां से उसे लेकर देर रात राबर्ट्सगज आया। रात करीब 12 बजे पूरब मोहाल में खाली प्लॉट के पास ले जाकर ममता के ही दुपट्टे से उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी नंदू को संबंधित धाराओं में कोर्ट के लिए चालान कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में सदर कोतवाल सत्येंद्र कुमार राय, स्वॉट प्रभारी रामस्वरूप वर्मा और सर्विलां प्रभारी अमित त्रिपाठी व उनकी टीम शामिल रही।