गाजीपुर। बच्चो, किशोरो में तनाव और मतदाताओ में मतदान के प्रति उदासीनता को लेकर पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने अपने विचार साझा किये। उन्होने पत्रकार वार्ता में बताया कि समाज मे उत्पन्न हो रही विकृतियो के चलते बच्चो और किशोरो में तनाव पैदा हो जा रहा है, अभिभावक अपने सपनो का बोझ बच्चो पर इतना डाल दे रहें है कि बच्चे अभिभावको के आईएएस, पीसीएस, डाक्टर, इंजिनियर बनने के चक्कर में वह अपने मौलिक जीवन को जीने की आदत को भुल जा रहें है, लगातार दबाव के चलते बच्चे तनाव में आकर कभी-कभी गंभीर कदम उठा ले रहें है। उन्होने कहा कि इसके लिए अभिभावको को अपने आदतो में सुधार लाना पड़ेगा। अपने सपनो के बोझ को बच्चो पर न डालें, बच्चो को स्वाभाविक जीवन जीने दें। वह जो करना चाहते है-उन्हे उस दिशा में सहयोग करें। बच्चो में कल्चर प्रोग्राम और योगाभ्यास से तनाव को कम किया जा सकता है। डॉ. किरण सेठ ने बताया कि बच्चो को प्रयास करें कि शास्त्री-संगीत सुनाये जिससे उनके मन को शांति मिलें। उन्होने कहा कि मतदाताओ में मतदान के प्रति उदासीनता लोकतंत्र के लिए ठीक नही है। मतदाताओ में जागरूकता के लिए हमने कश्मीर से कन्याकुमारी लगभग 5 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर जागरूकता अभियान चलाया है। उन्होने कहा कि जागरूकता अभियान के तहत हम यह पता चला कि देशवासी बड़ी मात्रा में खाना-पानी और बिजली को खराब कर रहें है। देश में गंदगी तेजी से बढ़ रही है उन्होने कहा कि देशहित में भोजन, बिजली और पानी बचायें और देश का स्वच्छ और सुंदर बनाये। इस अवसर पर सनबीम गाजीपुर के निदेशक नवीन सिंह और प्रवीण सिंह मौजूद थे।