गाजीपुर। विकास एवं विश्वास पुरुष मनोज सिन्हा जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में निर्मित पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख सेवा प्रकल्प उत्थान फाउंडेशन बयेपुर देवकली के दिव्य भव्य राम दरबार सभागार में “सनातन धर्म की प्रासंगिकता” विषयक ऐतेहासिक संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 24.4.2024 को किया गया। मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए जम्मू एवं कश्मीर के उप राज्यपाल माननीय मनोज सिन्हा जी ने कहा कि सनातन धर्म जिस नींव पर स्थापित है वह समय काल से परे है तथा कभी भी पुरातन नहीं हो सकता, आज जाति पंथ के आधार पर भेद पैदा करने वाले यह नहीं जानते कि देव पुरुषों द्वारा प्रणीत तथा ऋषियों मुनियों द्वारा पुष्पित पल्लवित सनातन धर्म सदैव ही सूर्य के प्रकाश के भांति हमारा मार्ग दर्शन करता रहेगा और सनातन विरोधी हमेशा मुँह की खाते रहेंगे । अध्यक्षीय सम्बोधन करते हुए पद्मश्री अशोक भगत जी ने कहा की नगरीय वनवासी समाज भगवान राम और उनसे भी पहले एकरस समानता के भाव से सहअस्तित्व में रहता आया है। जिसका प्रमाण है भगवान राम का माता शबरी एवं निषाद राज के प्रति अनन्य प्रेम, लेकिन देश विभाजक शक्तियां तरह तरह के कुतर्क व कुतथ्य की आड़ में हम सनातनियों के बीच बैमनस्यता फैलाना चाहते हैं लेकिन वे कभी भी इसमें कामयाब नहीं हो सकते क्यों कि सनातन की जड़ें अत्यंत गहरी हैं। इससे पहले यूश महाराज, महंत राजेंद्र दस “बापूजी” प्रख्यात अधिवक्ता रणजीत सिंह, समाज सेवी सच्चिदानंद राय चाचा जी, तेजू बिन्द, मुन्ना मास्टर, राममूर्ति बांसफोर व रामराज वनवासी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। प्रख्यात समाज सेवी सच्चिदानंद राय चाचा जी ने विषय प्रवर्तन किया जबकि डा० श्रीकान्त पाण्डेय, डा० व्यासमुनि राय ने मुख्य वक्तव्य दिया जबकि सेवा समर्पण संस्थान के मंत्री जितेन्द्र सिंह ने आभार ज्ञापन किया। कार्क्रम के आयोजन में बबलू जायसवाल, वीरेन्द्र चौहान, संजय राम, प्रदीप कुमार, सतेन्द्र प्रजापति, तथा उत्थान छात्रावास के बच्चों की प्रमुख भूमिका रही । कार्यक्रम का संचालन उत्थान के संस्थापक सचिव ई० संजीव गुप्त ने किया ।