लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अब केंद्र की राजनीति करेंगे। उन्होंने करहल विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। इसके बाद उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना था तो उन्होंने करहल सीट छोड़ दी। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे के अनुसार यह इस्तीफा प्राप्त हो गया है। शीघ्र ही स्वीकार करने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। इससे पहले सपा के विधायक लालजी वर्मा भी इस्तीफा दे चुके हैं। लालजी वर्मा भी लोकसभा सदस्य चुने गए हैं। इसके अलावा, फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए अवधेश प्रसाद ने भी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि विधायक पद से आज इस्तीफ़ा दे दिया हैं। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता को मेरा प्रणाम, आपने मुझे लम्बे समय तक सेवा करने का अवसर प्रदान किया, इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। अब सांसद होने के नाते आप सभी जनता की आवाज को देश की सबसे बड़ी पंचायत में उठाऊंगा। अखिलेश यादव यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। ऐसे में आने वाले समय में यह पद उनके चाचा विधायक शिवपाल सिंह यादव या फिर पीडीए के तीन विधायकों रामअचल राजभर, इंद्रजीत सरोज और कमाल अख्तर में से किसी एक को मिल सकता है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में सपा ने अकेले दम पर 37 और इंडिया गठबंधन की सहयोगी दल कांग्रेस के साथ मिलकर कुल 43 सीटों पर जीत दर्ज की है।