लखनऊ। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के ई-गवर्नेंस पोर्टल ‘समर्थ पोर्टल’ का शुभारंभ आज कुलाधिपति एवं राज्यपाल, उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल के कर कमलों से प्रज्ञा कक्ष, राजभवन, लखनऊ में संपन्न हुआ। इस शुभारंभ के साथ ही एम एम एम यू टी प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय हो गया जो पूरी तरह से ई गवर्नेंस से संचालित होगा। साथ ही शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ‘Samarth ERP’ को पूरी तरह से प्रभावी करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय होने का गौरव भी एम एम एम यू टी को प्राप्त हुआ है। समर्थ पोर्टल के शुभारंभ के मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जय प्रकाश सैनी, कुलसचिव डॉ जय प्रकाश, वित्त नियंत्रक अशोक कुमार सिंह, नोडल अधिकारी समर्थ ई-गवर्नेंस डॉ रोहित तिवारी, अधिष्ठाता स्नातक अध्ययन प्रो वी के मिश्र, आई क्यू ए सी निदेशक प्रो वी एल गोले, एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ डी एस सिंह मौजूद रहे। इस अवसर पर राजभवन की तरफ से कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबड़े, एवम विशेष कार्याधिकारी डॉ पंकज एल जानी भी उपस्थित रहे। शुभारंभ के उपरांत कुलाधिपति ने एम एम एम यू टी को बधाई देते हुए कहा कि एम एम एम यू टी द्वारा समर्थ ई आर पी को प्रभावी करने के उपरांत, अब समर्थ ई आर पी लागू करने में अन्य विश्वविद्यालयों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय को छात्र छात्राओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कुलाधिपति ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय समाज का हिस्सा हैं और विश्वविद्यालयों को अपनी सामाजिक भूमिका का निर्वाह करना चाहिए। उन्होंने अपेक्षा की कि एम एम एम यू टी छात्र छात्राओं और शिक्षकों को समाज से जोड़ने के प्रयास करेगा। इस मौके पर विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी समर्थ ई-गवर्नेंस डॉ रोहित तिवारी ने विश्वविद्यालय की समर्थ ई आर पी के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने बताया कि समर्थ ई आर पी में बेस मॉड्यूल सहित अकेडमिक्स, अकाउंट्स एवं फाइनेंस, एडमिशन, डाटा मैनेजमेंट, एमप्लॉय सर्विस, गवर्नेंस, रिक्रूटमेंट, यूनिवर्सिटी फैसिलिटीज आदि कुल 41 मॉड्यूल हैं। इन्हीं मॉड्यूल्स के अंतर्गत विश्वविद्यालय की समस्त प्रक्रियाएँ निहित हैं जैसे कि प्रवेश से लेकर परीक्षा परिणाम की घोषणा सहित छात्रों का समस्त विवरण, सभी शिक्षकों और कार्मिकों की छुट्टी, वेतन, कटौतियां, विश्वविद्यालय के बजट और वित्तीय विवरण, आर टी आई प्रबंधन, फाइल प्रबंधन, हॉस्टल प्रबंधन, संपत्ति प्रबंधन, भंडार प्रबंधन, शिकायत निवारण एवं प्रबंधन आदि समस्त कार्य अब ऑनलाइन होंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा समस्त मॉड्यूल संबंधी डाटा फीड कर उन्हें प्रभावी कर दिया गया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे पी सैनी ने कुलाधिपति सहित राजभवन के अन्य अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि कुलाधिपति के मार्गदर्शन में और आप सभी की मदद से विश्वविद्यालय को यह गौरव हासिल हुआ है। उन्होंने कुलाधिपति को विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया और यह भी बताया कि, जैसा कि कुलाधिपति की अपेक्षा है, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में सामाजिक दायित्वबोध विकसित करने हेतु सोशल इंटर्नशिप को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है। उन्होंने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष के उपरांत प्रत्येक छात्र द्वारा 80 घंटे की सोशल इंटर्नशिप किए जाने को पाठ्यक्रम का अनिवार्य अंग बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में समर्थ ई आर पी लागू होना पेपरलेस गवर्नेंस की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि समर्थ ई गवर्नेंस लागू करने में विश्वविद्यालय को किसी भी प्रकार का अतिरिक्त वित्तीय व्यय भार नहीं वहन करना पड़ा है।