मऊ। जिले के मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र के मऊ- आजमगढ़ बॉर्डर पर तिलसवा गांव के भट्टा मोड के समीप मंगलवार की भोर में पांच बजे गोलियों की तड़तड़ाहट से लोग गए सहम गए। पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। घायल बदमाश विगत 12 जुलाई को कोतवाली क्षेत्र के मीरपुर रहीमाबाद गांव में हुई फायरिंग की घटना का आरोपी है। मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ. अजय विक्रम सिंह ने बताया कि मीरपुर रहीमाबाद में फायरिंग की घटना के बाद पुलिस चौकस थी। कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र सिंह और एसओजी प्रभारी मनोज कुमार सिंह बदमाशों की धर पकड़ के लिए आपसी विचार विमर्श कर रहे थे। इस बीच मुखबिर द्वारा एक बदमाश के चिरैयाकोट के तरफ से आने की सूचना पर पुलिस ने करहां बाजार में घेराबंदी किया। बदमाश चिरैयाकोट मुहम्मदाबाद रोड से जहानागंज लगूपुर की तरफ भागने लगा। लगूपुर के पास उप निरीक्षक उमाशंकर सिंह और उप निरीक्षक अमितेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम पहले से घेराबंदी कर रखी थी। खुद को पुलिस से घिरता देख बदमाश मुड़कर भागने का प्रयास किया तो बाइक फिसल कर गिर गई। पुलिस ने उसे पकड़ना चाहा तो बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया। बचाव में पुलिस की फायरिंग में उसे बाएं पैर के घुटने में गोली लग गई। मौके पर पुलिस टीम पहुंची तो एक बदमाश घायल मिला। नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम अजीत यादव पुत्र चंद्रिका यादव निवासी ताहीरपुर थाना रानीपुर जनपद मऊ बताया। पूछताछ में बदमाश ने बताया कि सराय लखंसी थाना क्षेत्र के अछार गांव निवासी कौशल यादव के ऊपर 12 जुलाई को मीरपुर रहीमाबाद गांव में अपने साथियों के साथ फायरिंग किया था, जिसमें वह बच गया। उसके पास से 9 एमएम की अवैध पिस्टल मिली। जिस मोटरसाइकिल से भाग रहा था वह भी चोरी की है। घायल बदमाश घायल अजीत यादव पर मऊ जनपद के रानीपुर, चिरैयाकोट, मुहम्मदाबाद गोहना, सरायलखंसी, दक्षिण टोला, मधुबन, घोसी आदि थानों में कुल हत्या का प्रयास सहित 15 मुकदमे दर्ज हैं।