लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपनी मजबूत जमीन तैयार करने के बाद अब दलित-पिछड़ों की प्रखर आवाज व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने बिहार के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का विचार विमर्श किया है। पार्टी ने यह निर्णय महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के भारत रत्न गान सम्राज्ञी लता मंगेशकर नाट्य गृह ऑडिटोरियम में 21 अगस्त से शुरू दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में लिया है। सुभासपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में सुभासपा प्रमुख कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि महाराष्ट्र में 288 सीट है 48% उत्तर भारतीय महाराष्ट्र की राजनीति में मज़बूत दखल रखते है, जिस तरफ़ होते है उधर पलड़ा भारी रहता है ,बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय होने के बाद भी राजनीति में भागीदारी नहीं हो पाई है संगठन में वोट दिलाने के लिए रखा ज़रूर जाता है लेकिन विधानसभा और लोकसभा में भागीदारी नहीं हो पायी है, अब समय आ गया है अपने उत्तर भारतीयों की ताक़त को सुभासपा के साथ जोड़कर दिखाने का समय आ गया है। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने केंद्र सरकार के शीर्ष पदों पर लेट्रल एंट्री यानी सीधी भर्ती में भी आरक्षण लागू करने के के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के अनुरोध पर संघ लोक सेवा आयोग ने 45 पदों पर सीधी भर्ती का विज्ञापन निरस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी सदैव समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए कृत संकल्पित हैं। ओमप्रकाश राजभर ने 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ सदैव खड़ी रही है। मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट किया है कि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के प्रति किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अरुण राजभर ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में दमदारी से लड़ेगी और अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रीय अधिवेशन में सपा-बसपा सहित विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि वो इसलिए भारत बंद कर रहे हैं, क्योंकि वो लोग बाबा साहब के संविधान को नहीं मानते हैं। बाबा साहब ने कमजोरों को आरक्षण देने की बात कही थी। सपा और बसपा पूंजीपतियों के बेटा- बेटी और आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर, डीएम, पीसीएस के बेटा को अफसर बनाना चाह रहे हैं, जबकि माननीय उच्चतम न्यायालय ने अतिदलितों, अति पिछड़ों, वंचित वर्गों को आरक्षण देने की वकालत की है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले के साथ है। उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा किए गए भारत बंद का आह्वान बेअसर रहा है। कमजोर, शोषित, वंचित वर्ग के लोग इस बात को समझ गए हैं कि विपक्षी सिर्फ दलित-पिछड़ों का हक लूटने में लगा है, जबकि सुभासपा समाज के हर वर्गों को उसका हक-हिस्सा दिलाने में लगी है। पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने बताया कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का पहली बार अधिवेशन हो रहा है। अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र के अलावा अन्य कई राज्यों के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया और अगले कुछ महीनों में देश के विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की। पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर ने बताया कि अधिवेशन में महाराष्ट्र के विभिन्न जातीय संगठनों के प्रतिनिधियों से संवाद किया गया। इन सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों संग महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गहनता से चर्चा की गई और निर्णय लिया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में आधुनिक भारत के निर्माता छत्रपति शिवाजी महाराज, आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी महाराज और संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीम राव आंबेडकर जी की इस पवित्र भूमि पर पार्टी दमदारी से चुनाव लड़ेगी और विधानसभा में दलित-पिछड़ों की मजबूत आवाज बनेगी। अधिवेशन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई और उन्हें पास किया गया। मुख्य रूप से बैठक में :पतिराम राजभर, कालूराम प्रजापति, अशोक अग्रवाल, इज़हार अली, बेदी राम, शक्ति सिंह, रामललित चौधरी, हीरा राजभर, उमाशंकर राजभर, लक्ष्मी राजभर, राजमती निषाद, रामपाल मांडी आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉ. संतोष पाण्डेय ने किया।