गाजीपुर। गायत्री शक्तिपीठ गोंडा देहाती गाज़ीपुर के मुख्य ट्रस्टी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि दिनांक 18 सितंबर 24 से 2 अक्टूबर 24 तक पितृपक्ष का पावन पर्व पड़ रहा है। आप सभी से सादर अनुरोध है कि अपने पितरों की शांति मुक्ति और तृप्ति हेतु दिनांक 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लगातार गायत्री शक्तिपीठ गोंडा देहाती गाजीपुर के पवन धाम पर प्रातः काल 10:00 बजे से रोज श्राद्ध तर्पण का कर्मकांड पूर्ण तया निशुल्क संपन्न कराया जाएगा। जिनको अपने पितरों की दिवंगत होने की तिथि ज्ञात हो उसे तिथि पर ही श्राद्ध तर्पण करना श्रेयस्कर रहता है जिनको तिथि ज्ञात न हो वे सभी लोग 2 अक्टूबर 24 को पितृ अमावस्या के दिन सामूहिक रूप से श्राद्ध तर्पण पिंडदान में भाग ले सकते हैं। श्राद्ध तर्पण अपने पितरों के प्रति आभार कृतज्ञता और श्रद्धा व्यक्त करने का एक स्वर्णिम अवसर प्रदान करता है पितरों के प्रति किया गया श्राद्ध तर्पण हर तरह से फलदाई सिद्ध होता है वह किसी भी कीमत पर निष्फल नहीं जाता है उदाहरण हेतु अगर आपने अपने किसी बंधु बांधव या रिश्तेदार को मनी ऑर्डर भेजते हैं तो वह अवश्य प्राप्त होता है अगर प्राप्त नहीं होता है तो क्या आपका पैसा बर्बाद हो जाता है क्या नहीं वह वापस आकर आपको प्राप्त हो जाता है आपकी श्रद्धा आपकी भक्ति आपको सुख सौभाग्य के रूप में अवश्य प्राप्त होता है। आपको ज्ञात है कि औरंगज़ेब अपने पिता शाहजहां को जेल में गढ़ ही का जल पीने हेतु देता था शाहजहां ने कुएं का जल मांगा तो औरंगजेब ने कहा रस्सी जल गई पर ऐंठन नहीं गई कुएं का जल मांग रहे हो तब शाहजहां ने कहा कि तुमसे तो लाख गुना हिंदू अच्छा है जो अपने मरे हुए पिता को श्राद्ध तर्पण के रूप में जल देते हैं और तुम कितने नालायक हो कि अपने जीवित बाप को जल बिना तड़प रहे हो। अतः आप सबसे सादर अनुरोध है कि आप अवश्य पितृ पक्ष में अपने पितरों को तिल और जल तिलांजलि दिया करें और गायत्री धाम पर श्राद्ध तर्पण में अवश्य भाग लेने की कृपा करें।