गाजीपुर। स्वदेशी जागरण मंच के नेतृत्व में कुल 38 संगठनों का साझा महाअभियान विगत फरवरी 2022 से पूरे देश में चल रहा है। इसमें भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, भारत विकास परिषद, सक्षम, भारतीय किसान संघ, भारतीय मज़दूर संघ समेत संघ के सभी समविचारी संगठनों तथा गायत्री परिवार जैसे अन्य 12 संगठनों का सहयोग प्राप्त है। अभियान का मुख्य लक्ष्य रोजगार युक्त भारत व गरीबी मुक्त भारत है। इसी वर्ष स्वावलंबी भारत अभियान के वालंटियर रजिस्ट्रेशन कार्यक्रम में पूरे देश में अपना परचम लहराने वाले गाजीपुर ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करने की ओर अपना कदम बढ़ा दिया है। स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक आलोक तिवारी “पंकज” ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि हम गाज़ीपुर के सभी ग्यारह सौ गांवों में रोजगार प्रशिक्षण एवं ट्रेनिंग का कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम योग्यता के अनुसार अंतिम व्यक्ति तक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवा सकें। हम यह भी प्रयास करेंगे कि लोगों में योग्यता के संवर्धन एवं विकास हेतु समाज के सभी वर्गों तक कौशल विकास के कार्यक्रमों की पहुंच को सुगम बना सकें। हम लोगों के कौशल विकास तक ही सीमित नहीं रहेंगे बल्कि, उनकी रोज़गार की स्थापना से लेकर उनके द्वारा उत्पादित वस्तुओं व सेवाओं की ख़पत की भी यथा सम्भव व्यवस्था उपलब्ध करवाएंगे।काशी प्रान्त के 12 जिलों में विकास कार्यक्रमों एवं अभियान की निगरानी कर रहे स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त सह-संयोजक एवं स्वावलंबी भारत अभियान के प्रान्त सह-समन्वयक अजय आनन्द ने कहा कि आलोक तिवारी “पंकज” के नेतृत्व में हम जल्दी ही गाजीपुर में अंत्योदय की परिकल्पना को साकार होता हुआ अपनी आंखों से देखेंगे। इस क्रम में हम सक्रिय एवं सक्षम स्वरोजगार केन्द्रों की स्थापना करने का लक्ष्य लेकर चल रहे थे, जिसकी शुरुआत हम जल्दी ही मनिहारी विकास खण्ड के अंतर्गत छपरी, मोहम्दाबाद विकास खण्ड अंतर्गत तिवारीपुर एवं सदर विकास खण्ड अंतर्गत मेहरल्लीपुर ग्राम पंचायत में करने जा रहे हैं। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए हम जल्दी ही गाजीपुर के सभी 1237 गांवों में केन्द्रों की स्थापना कर देंगे। स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक आलोक तिवारी “पंकज” ने बताया कि स्वावलम्बी भारत अभियान को गति देने के लिए उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलनों के ज़रिए हमने अब तक लगभग पचास विद्यालयों के तीस हज़ार बच्चों से सम्पर्क कार्य पूरा कर लिया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें कई तरह की संस्थाओं एवं संगठनों का सहयोग प्राप्त है। हम सभी के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। हमें विश्वास है कि सभी कौशल विकास के संस्थान व वित्तीय समूह अंत्योदय की प्रेरणा को साकार करने के लिए अपना सहयोग आगे भी जारी रखेंगे।