लखनऊ। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के प्रबंध बोर्ड की 51वीं बैठक एवं वित्त समिति की 31वीं बैठक में प्रो जेपी सैनी की अध्यक्षता में स्वर्ण जयंती सभागार में संपन्न हुई। बैठक के आरम्भ में माननीय कुलपति महोदय द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया गया तथा क्रियाकलापों की जानकारी दी गई। प्रबंध बोर्ड की बैठक में नवागत कुलसचिव दुर्गेश मिश्र ने सदस्य सचिव के रूप में कार्यसूची प्रस्तुत की जबकि वित्त समिति के समक्ष वित्त नियंत्रक अशोक कुमार सिंह ने कार्यसूची प्रस्तुत की। दोनों बैठकों में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय निम्नवत हैं: –
वित्त समिति
- विश्वविद्यालय के रसायन अभियंत्रण, भौतिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, एवं कंप्यूटर साइंस विभागों में स्थित प्रयोगशालाओं के उच्चीकरण हेतु उपकरण एवं अन्य सामग्री क्रय हेतु कुल रु. 5 करोड़ 72 लाख के प्रस्तावों को अनुमति प्रदान की गई।
- उच्च स्तरीय शोध, शोध प्रकाशनों, एवं पेटेंट को बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहन योजना को मंजूरी। योजना के अंतर्गत शोध छात्रों को राष्ट्रीय/ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रतिभाग करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार, उत्कृष्ट शोध पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशन, राष्ट्रीय/ अंतरराष्ट्रीय पेटेंट की प्राप्ति, एवं बाह्य संस्थानों से अनुसंधान परियोजना लाने के लिए भी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को निर्धारित प्रोत्साहन राशि दिए जाने को मंजूरी।
- सह शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु खेल उपकरण, वाद्य यंत्र आदि अन्य सामग्री क्रय हेतु रु. 67.75 लाख रुपए की मंजूरी।
- शहीद बंधु सिंह स्टेडियम में 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण रु. 9 करोड़ 60 लाख में कराए जाने तथा निर्माण हेतु संशोधन सहित ड्राइंग को मंजूरी।
- विश्वविद्यालय के पुष्पगिरी व्याख्यान कक्ष परिसर के सभी 13 कक्षों एवं तक्षशिला व्याख्यान कक्ष परिसर के शेष 5 व्याख्यान कक्षों, कुल 18 व्याख्यान कक्षों को स्मार्ट क्लास के रूप में स्थापित किए जाने हेतु रु. 280 लाख के व्यय भार की मंजूरी। तक्षशिला परिसर की नौ कक्षाओं को पहले ही स्मार्ट क्लास के रूप में स्थापित किया जा चुका है।
- विश्वविद्यालय के सबसे पुराने छात्रावासों के सामान्य अनुरक्षण, विशेष अनुरक्षण, एवं जीर्णोद्धार कार्य कराए जाने हेतु रु. 23 करोड़ 64 लाख रुपए के बजट की मंजूरी।
- 500 क्षमता के नए पुरुष छात्रावास निर्माण हेतु रु. 44 करोड़ 46 लाख का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किए जाने को मंजूरी।
- 30 अदद टाइप 3 आवास के निर्माण का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किए जाने की अनुमति
- रु. 4 करोड़ 41 लाख की लागत से एलुमनी कन्वेंशन सेंटर के निर्माण को मंजूरी। भवन की संशोधित ड्राइंग प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया। कुल लागत का 50 फीसदी व्यय एलुमनी एसोसिएशन द्वारा किया जाना अपेक्षित। एलुमनी एसोसिएशन से धनराशि प्राप्त होने पर कार्य आरम्भ होगा। लागत का शेष 50 प्रतिशत विश्वविद्यालय अपने स्त्रोतों से वहन करेगा।
- परीक्षा अनुभाग हेतु पृथक भवन के निर्माण हेतु रु. 10 करोड़ 67 लाख के आगणन को मंजूरी।
प्रबंध बोर्ड
- उच्च स्तरीय शोध, शोध प्रकाशनों, एवं पेटेंट को बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहन योजना की प्रक्रिया और प्रारूप, पात्रता की शर्तें, दिशानिर्देश, पुरस्कार का प्रारूप, तथा पुरस्कार राशि आदि को अनुमोदन प्रदान किया गया। इस योजना के अंतर्गत शोध छात्रों को सम्मेलनों में प्रतिभाग करने हेतु निम्नवत वित्तीय सहायत प्रदान की जाएगी:
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हेतु अधिकतम रु. 50000
राष्ट्रीय सम्मेलन हेतु अधिकतम रु 10000
इसी प्रकार शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशन, पेटेंट आदि पर निम्नवत पुरस्कार दिए जाएंगे:-
उत्कृष्ट अनुसंधान पुरस्कार रु 2 लाख प्रति शोधपत्र
प्रीमियम अनुसंधान पुरस्कार रु. 50000 प्रति शोध पत्र
सराहनीय अनुसंधान पुरस्कार रु. 20000 प्रति शोध पत्र
अंतरराष्ट्रीय पेटेंट (US/UK) हेतु रु 50000
राष्ट्रीय पेटेंट हेतु रु. 20000
बाह्य सहायतित अनुसंधान परियोजना प्राप्त होने पर परियोजना के ओवरहेड की धनराशि के 50 फीसदी अधिकतम रु. 10000 का पुरस्कार। परियोजना की धनराशि 10 लाख से 99 लाख होने की दशा में पुरस्कार की राशि रु., 10000 नियत।
- विश्वविद्यालय में संविदा पर कार्यरत शिक्षकों को शोध पत्र प्रस्तुतिकरण, सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, तथा अन्य अकादमिक गतिविधियों में भाग लेने हेतु नियमित शिक्षकों की भांति 14 दिन के विशेष आकस्मिक अवकाश की स्वीकृति प्रदान की गई। वर्तमान में संविदा शिक्षकों को वर्ष में 14 दिन आकस्मिक अवकाश और 10 दिन का चिकित्सा अवकाश ही अनुमन्य था।
- इसके अतिरिक्त, संविदा पर कार्यरत महिला शिक्षकों को शासनादेशों में विहित व्यवस्था के अनुसार प्रसूति अवकाश, तथा सभी संविदा शिक्षकों को सक्षम स्तर से अनुमोदनोपरांत ड्यूटी लीव दिए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
- पुराने छात्रावासों के जीर्णोद्धार एवं अनुरक्षण कराए जाने हेतु रु 23 करोड़ 64 लाख के प्रस्ताव की अनुमति।
- रु. 44 करोड़ 46 लाख में 500 क्षमता के नए पुरुष छात्रावास निर्माण प्रस्ताव को शासन को प्रेषित किए जाने को मंजूरी।
- 30 अदद टाइप 3 आवास के निर्माण का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किए जाने की अनुमति।
- रु. 4 करोड़ 41 लाख की लागत से एलुमनी कन्वेंशन सेंटर के निर्माण को मंजूरी। भवन की संशोधित ड्राइंग प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया। कुल लागत का 50 फीसदी व्यय एलुमनी एसोसिएशन द्वारा किया जाना अपेक्षित। एलुमनी एसोसिएशन से धनराशि प्राप्त होने पर कार्य आरम्भ होगा। लागत का शेष 50 प्रतिशत विश्वविद्यालय अपने स्त्रोतों से वहन करेगा।
- पृथक परीक्षा भवन के निर्माण को अनुमति और रु. 10 करोड़ 67 लाख की मंजूरी।
- शहीद बंधु सिंह स्टेडियम में 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण रु. 9 करोड़ 60 लाख में कराए जाने तथा निर्माण हेतु संशोधन सहित ड्राइंग को मंजूरी।
- कुलसचिव के रूप में दुर्गेश मिश्रा द्वारा कार्यभार ग्रहण किए जाने की सूचना से प्रबंध बोर्ड अवगत हुआ। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय हित में की गई अन्य नियुक्तियों/ नामांकन से प्रबंध बोर्ड अवगत हुआ।
- विभिन्न सांविधिक निकायों यथा सभा, प्रबंध बोर्ड, वित्त समिति, विद्या परिषद में शासन स्तर से किए गए नामांकन का अवलोकन एवं अनुमोदन।
- पूर्व में संपन्न सांविधिक निकायों यथा विद्या परिषद, परीक्षा समिति, वित्त समिति की बैठकों के कार्यवृत्त को अनुमोदन। प्रबंध बोर्ड के बैठकों के कार्यवृत्त की संपुष्टि तथा पूर्व में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा।