वाराणसी। पहडिया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में आठवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर जे0पी0 पाण्डेय, कुलपति डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ के साथ संस्थान के संस्थापक ई0 अशोक कुमार मौर्य, चेयरमैन ई0अंकित मौर्य, वाइस चेयरमैन डा0 अमित मौर्य, डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव, डायरेक्टर फार्मेसी डा0 बृजेश सिंह, प्रिंसिपल अशोका स्कूल ऑफ बिजनेस प्रो0 सीपी मल और प्रोफेसर एस0के0 शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत मंगलाचरण वेदमंत्र की प्रस्तुति के साथ हुआ वेदों के अनुसार मंत्रों के उच्चारण का बहुत ही महत्व है, मंत्रों के उच्चारण से मन की शान्ति एवं शुद्धि होती है जिसे पाणिनी महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात् कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन व माँ सरस्वती की पूजा वन्दना से हुआ साथ ही जल संरक्षण अभियान के तहत कलश में जल संग्रह करते हुए सभी को जल संरक्षण का संदेश दिया। तत्पश्चात् संस्थान के चेयरमैन ई0 अंकित मौर्य द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनन्दन किया और संस्थान में अपना बहूमूल्य समय देने हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान में चलाये जा रहे कोर्स के अलावा इस वर्ष एक नया तकनीकी कोर्स बी0टेक(ए0आई0एम0एल0) का नाम अशोका के साथ जुड़ गया और अभी वर्ष 2024 में कुल 2200 से अधिक छात्र संस्थान में अध्ययनरत हैं। संस्थान का परिचय कराते हुए वाइस चेयरमैन डा0 अमित मौर्य ने कहा कि यह संस्थान विगत 13 वर्षों से शिक्षण कार्य में कार्यशील है। संस्थान से अध्ययनरत छात्र विश्वविद्यालय के टापर लिस्ट एवं प्रोजेक्ट्स एवं माडल प्रतियोगिता में भी अपना नाम सर्वोच्च श्रेणी में दर्ज करा चुके हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरणा प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ देश व समाज की सेवा भावना का भी उद्बोधन दिया। दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा सभी टापर छात्र छात्राओं को पदक एवं उपाधि देकर सम्मानित किया जिसमें विभाग स्तर पर प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाने वाले कुल 24 छात्र छात्राओं का चयन किया गया जिसमें स्वर्ण पदक (8) में सुमित सिंह(सिविल), वैशाली आर्या(कम्प्यूटर साइंस), निकिता मौर्या(इलेक्ट्रिकल), वैभव श्रीवास्तव(इलेक्ट्रानिक्स), अमरजीत चौहान(मैकेनिकल), समिक्षा मौर्या(बायोटेक), बुशरा ताज(बी0फार्म0), वर्तिका मौर्या(एम0बी0ए0) एवं रजत पदक (8) में अभिषेक राय एवं अमोद कुमार (सिविल), अभिषेक मौर्य (कम्प्यूटर साइंस), आशिष कुमार यादव(इलेक्ट्रिकल), आकाश गुप्ता( इलेक्ट्रानिक्स ), शशिकान्त गुप्ता(मैकेनिकल), सुधीर मौर्य(बायोटेक), रिन्नी सिंह(बी0फार्म0), निशा सिंह(एम0बी0ए0) एवं अन्त में कास्य पदक में चयनित छात्रों में कांस्य पदक(8) में अभिषेक श्रीवास्तव(सिविल), वन्दना राय एवं रोमा गुप्ता(कम्प्यूटर साइंस), नन्दिनी सिंह(इलेक्ट्रिकल), प्रिंस कुमार मौर्य(इलेक्ट्रानिक्स), आफरिन परवीन(मैकेनिकल), मयंक तिवारी(बायोटेक), राहुल सेठ(बी0फार्म0) एवं शिखा सिंह(एम0बी0ए0) शामिल हैं, इस वर्ष कुल 344 उपाधियां छात्र छात्राओं को प्रदान किया गया जिसमें बी0टेक0, बी0फार्म0 एवं एम0बी0ए0 के छात्र शामिल हैं। उपाधि वितरण के उपरान्त मुख्य अतिथि ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि डिग्री व प्लेसमेंट मिलने के बाद छात्रों के अन्दर स्वार्थ की भावना नहीं होनी चाहिए, दूसरों के लिए अच्छा सोचना, अभिभावक एवं अन्य लोगों का सम्मान करना, सफलता का श्रेय दूसरों को देना इत्यादि अच्छे व्यक्ति की पहचान है। उन्होंने शिक्षकों को भी कहा कि इंजीनियर और डाक्टर तो सभी संस्थान से निकलते हैं आपका उद्देश्य यह होना चाहिए कि जब अशोका का छात्र पास होने पर निकले तो एक अच्छा व्यक्ति बनकर निकले । संस्थान के बारे में बताते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि डा0 ए0पी0जे0अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ से सम्बद्ध सभी संस्थानों में अशोका इंस्टीट्यूट का नाम अग्रणी संस्थानों में एक है और यहाँ से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाले स्टार्टअप परिक्रमा, कैपटेक, इण्टरप्रिन्योरशिप इत्यादि कार्यक्रमों एवं परीक्षाओं में उच्च स्थान प्राप्त करते रहे हैं अन्त में सभी छात्रों को पुनः बधाई देते हुए अपने वचनों को विराम दिया। इस अवसर पर संस्थान के डीन ई0 एस0एस0कुशवाहा, रजिस्ट्रार ई0 असीम देव तथा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष डा0 अश्वमेध मौर्य, डा0 प्रिति कुमारी, डा0 राजीव यादव, ई0 सोमेन्द्र बैनर्जी, डा0सौम्या श्रीवास्तव, ई0 अर्जुन कुमार, डा0 अभिषेक कुमार, ई0 प्रशान्त कुमार, राजेन्द्र तिवारी, विशाल गुप्ता, प्लेसमेंट आफिसर ई0 ओ0पी0शर्मा के साथ सभी शिक्षकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर ई0 अरविन्द कुमार, मिस0 शर्मिला सिंह एवं ई0 अनुजा सिंह तथा कार्यक्रम का संचालन गौरव कुशवाहा द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन डा0 बृजेश सिंह द्वारा किया गया ।