लखनऊ। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर में चल रही कला, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महोत्सव अभ्युदय ’24 की शुरूआत दिनांक 7 मार्च दिन बृहस्पतिवार से हुईं,। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम उद्घाटन समारोह से हुई जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जे.पी. सैनी जी ने विश्वविद्यालय के वार्षिक कला, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक उत्सव अभ्युदय ’24 के उद्घाट्न से की । अभ्युदय ’24 के उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के छात्र क्रिया-कलाप परिषद के चेयरमैन डॉक्टर बी.के. पांडे जी, दी एडिटोरियल बोर्ड के संकाय प्रभारी प्रोफेसर अभिजीत मिश्रा जी, छात्र क्रिया-कलाप परिषद के वाइस-चेयरमैन डॉक्टर राजन मिश्र एवम् सांस्कृतिक उप-परिषद के संकाय प्रभारी डॉक्टर हरिश चंद्र जी भी शामिल थे। सर्वप्रथम सरस्वती वंदना के साथ कुलपति जी ने द्वीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तद्पश्चात पारम्परिक तरीके से कुलगीत के साथ कार्यक्रम को आगे ले जाया गया। उसके बाद डॉक्टर बी.के. पांडे जी द्वारा कुलपति महोदय को श्री राम जी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया, तत्पश्चात डॉक्टर बी.के. पांडे एवम् डॉक्टर हरिश चंद्र जी ने शीर्षक प्रायोजक ‘जी.डी. गोयंका’ के प्रतिनिधि को पुष्पो का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इसके पश्चात डॉक्टर बी.के. पांडे जी ने वहाँ पर उपस्थित सभी लोगो का अपने वक्तव्यो से अभिवाद्न किया। डॉक्टर हरिश चंद्र जी ने वहाँ पर उपस्थित सभी लोगो का साक्षात्कार अभ्युदय ‘2024 से कराया एवम् सबको यह अवगत कराया कि यह छात्रो के लिए अत्यंत ही आवश्यक है और उन्होंने बताया कि विद्यार्थी जीवन का अर्थ केवल पढ़ाई ही नहीं अपितु छात्र का सर्वांगीण विकास हैं। इसी क्रम में अभ्युदय ’24 का टीज़र लॉन्च सभी को दिखाया गया। टीज़र देख के वहां उपस्थित लोग उत्साहित हो उठे। इसी क्रम में अभ्युदय ’24 के शीर्षक प्रायोजक ‘जी.डी. गोयंका’ के विषय में चलचित्र के माध्यम से सभी को अवगत कराया गया है। त्त्पश्चात शीर्षक प्रायोजक जी.डी. गोयंका के मुख्य शाखा की प्रतिनिधि संचिता श्रीवास्तव जी एवम् तारामण्डल शाखा की प्रतिनिधि अर्चना ने सभी को प्रोत्साहित करते हुए शिक्षा कि महत्ता के बारे में बताया एवम् सभी का अनुपम मार्गदर्शन किया। कुलपति जे. पी. सैनी जी ने टीम अभ्युदय की सरहाना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कराने से छात्रों को अपनी मूलभूत प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एवं भिन्न-भिन्न प्रकार कि प्रतिभा को सीखने का अवसर प्राप्त होता है एवम् इस अभ्युदय कार्यक्रम की सफलतापूर्वक सम्पन्न होने की भी कामना कीI डॉक्टर हरिश चंद्र जी ने वहाँ पर उपस्थित अतिथियो को स्मृति- चिह्न देकर सम्मानित किया। इसके बाद दी एडिटोरियल बोर्ड के संकाय प्रभारी प्रोफेसर अभिजीत मिश्रा जी ने सभी को प्रोत्साहित किया एवम् वहाँ पर उपस्थित सभी व्यक्तियो क अभिवादन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रथम दिन रागा, मेल-जोल, गूंज, रैडर ज़ोन, छोटे उस्ताद, हाउस ऑफ़ कॉमन्स, क्विज़, आर्काइविंग इमोशंस, फेस पेंटिंग, ग्लिटरिंग हैण्ड और ओपेन माईक का आयोजन किया गया। दिन की शुरुआत छोटे उस्ताद से हुई जिसमें की नृत्य, गायन, पेंटिंग और कई अन्य क्षेत्रों में छोटे बच्चों के शानदार प्रदर्शन शामिल थे। ओपेन माइक प्रतियोगिता में अंकित विश्वकर्मा, देवांश त्रिपाठी हाहा क्लब तथा पियूष मदान ने उम्दा प्रदर्शन किया| इसी के साथ नृत्य प्रतियोगिता हुई जिसमें कई प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन से समा बांध दिया I उसके बाद दोपहर में हाउस ऑफ कॉमन्स का अंतिम दौर आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। क्विज़ में सामान्य ज्ञान, विज्ञान, खेल कूद, सामान्य योग्यता से प्रश्न पूछे गए एवं इसके अगले दौर में ध्वनि एवं चित्र पर आधारित प्रश्न थे। आर्काइविंग इमोशंस जो कि एक कार्ड मेकिंग प्रतियोगिता थी जिसमें कई प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया I इसी क्रम में लाइवली फेसेट का आयोजन किया गया जिसमें चेहरों की चित्रकारी शामिल थी। प्रतिभागियों ने विभिन्न तरीकों से चेहरों को रंग कर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। ओपेन माईक में प्रतियोगियों ने अपनी-अपनी स्वरचित कविता को सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान उन्हें श्रोताओं का अद्भुत प्रोत्साहन मिला। कार्यक्रम की निर्णायक मण्डली में अनूप सिंह, दिलीप सिंह, शिवम श्रीवास्तव और आर्यन रिज पांडेय मौजूद रहे |ओपेन माइक के बाद कार्यक्रम की समाप्ति हुईं। शाम ढलते ढलते इन आयोजनों ने सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिषर को जीवित कर दिया |रात्रि में सभी के मन में उजाला फैलाने के लिए हमारे उत्सव का मुख्य आकर्षण केंद्र ‘हरमोसा’ ने चार चांद लगा दिए ‘हरमोसा’ के पश्चात गोरखपुर के सुविख्यात डीजे बैंड ‘स्टाइलस’ ने ई.डी.एम. नाईट में आकर सभी बच्चों का अत्यंत ही मनोरंजन किया जिससे पूरे वातावरण में एक मधुर तरंग दौड़ गई। इस दौरान लोगों का उत्साह देखने योग्य था, वो हर एक प्रतियोगिता का लुत्फ़ उठा रहें थे। इस महोत्सव में गोरखपूर और आसपास के तमाम शैक्षणिक संस्थानों, कला संस्थानों और विद्यालयों के छात्रों को अपने हुनर को दिखाने का मौका मिलेगा। हर बार की तरह इस बार भी अभ्युदय में बड़ी संख्या में सहभागिता देखने को मिल रही है।