वाराणसी। पहडिया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में क्लब कम्युनिटी सर्विस एण्ड वैल्यु एजूकेशन सेल अशोका इंस्टीट्यूट द्वारा लो कार्बन लाइफ स्टाइल पर कार्यशाला आयोजित की गयी। मंचासीन मुख्य अतिथि वेस इंडिया के डायरेक्टर डा0 राजेश श्रीवास्तव का स्वागत संस्थान की डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव ने पौध भेंट कर किया इस दौरान मंच पर फार्मेसी विभाग के डायरेक्टर डा0 बृजेश सिंह भी उपस्थित रहे। डा0 राजेश श्रीवास्तव ने कहा ”सस्टेनेबल गोल एवं कम्युनिटी सर्विसेज“ मतलब कम कार्बन वाली जीवन शैली जो ग्रीन हाउस गैसों को कम करती है साथ ही साथ संसाधनों की भी बचत करती है उन्होंने लो कार्बन लाइफ स्टाइल पर जोर देते हुए कहा स्वस्थ ग्रह और स्वस्थ जीवन के लिए इस स्थाई जीवन शैली को अपनाएं और उपभोग से पहले जरुर सोचें । यह रसायनों और प्रदूशण के प्रति हमारे जोखिम को कम करती हैं प्रोजेक्टर के माध्यम से विश्व स्तर पर किए गए रिसर्च के बारे में छात्रों को आगाह करते हुए डा0 राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सन् 1925 में जो स्थिति माउण्ट एवरेस्ट की रही सन् 2009 तक वैसी स्थिति नहीं है बर्फ पिघल रही है और ज्यादातर पहाडों पर चट्टान ही नजर आ रहे हैं अंटार्कटिका का एक बहुत बडा हिस्सा कार्बन उत्सर्जन के कारण टूट कर नष्ट हो चुका है जिसकी वजह से धरती का तापमान तेजी से बढ रहा है। प्रदूषण से धरती का तापमान बढने के कारण भू जलस्तर काफी तेजी से नीचे जा रहा है स्थिति ऐसी होती जा रही है कि पानी की कमी के कारण बैंग्लोर के कई स्कूलों को बंद करना पडा है जो चिंता का विषय है राजस्थान में भी यही हाल है उन्होंने बताया कि कैसे प्रति व्यक्ति अगर अपना एक मिनट वातावरण को ठीक करने के लिए देता है तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। सरकार की ओर से भी प्रयास किए जा रहे है जो पर्याप्त नहीं हैं इसके लिए हमें इस पर ध्यान देना होगा हम यूं ही खुले वातावरण में प्लास्टिक के कचरे को न फेंकें ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करें पानी की बर्बादी न करें सोलर पावर को अपनाएं एसी के तापमान को 25 डिग्री से नीचे न ले जाएं फाइव स्टार रेटेड अप्लाऐंसेस का इस्तेमाल करें प्लास्टिक पेन बैंक की स्थापना करें टीएलएम टीचिंग लर्निंग मैनेजमेंट के माध्यम से बच्चों को प्रदूषण के प्रति आगाह करें शहर हो या गांव टीम बनाकर लोगों के साथ इस समस्या के बारे में उनको बताएं इस दौरान छात्रों द्वारा पूछे गए सवालों के उन्होंने जवाब दिए। संस्थान की डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव ने छात्रों को अपनी पढाई के साथ साथ वातावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के अंत में गौरव कुशवाहा ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद ज्ञापित किया और डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव ने अंग वस्त्र व स्मृति चिह्न देकर उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष के साथ शिक्षकगण उपस्थित रहे।