शिवकुमार
गाजीपुर। चिकित्सा के क्षेत्र में दशको से अपनी अलग पहचान स्थापित करने वाली एमडीएचएल ने अपनी साख के अनूरूप उच्च व्यवस्था बनाये रखने के लिए एमडीएल चिन्ह के साथ फ्लाई ऐश कंक्रीट ब्रिक्स के निर्माण के लिए अपने प्लांट में कम्प्रेटिव टेस्टिंग मशीन सीटीएम को लांच किया है, इस संदर्भ में फाल्सा के मैनेजिंग पार्टनर जितेंद्र सिंह ने पूर्वांचल न्यूज डॉट काम को बताया कि हमारी कंपनी की पहली प्राथमिकता है कि प्रदूषण को दुर कर पर्यावरण को बचाना है इसके साथ किफायती दामों में गुणवत्ता युक्त फ्लाई ऐश कंक्रीट भी जनपदवासियो को उपलब्ध कराना है। गुणवत्ता मापने के लिए हमने ब्यूरो ऑफ इंडिया स्टैडर्स मानक के अनुसार सीटीएम मशीन लगाया है । जिसपे हर ईंट के बैंच की टेस्टिंग करके उसे नं. वन का ईंट बनाया जाता है। उन्होने बताया कि बीआईएस के मानक के अनुसार 10 एमपीए लोड बियर ईंट की क्वालिटी नं. वन की मानी जाती है। तथा सरकार की मंशा के अनूरुप पर्यावरण को बचाने के लिए हम लोगो ने सहेड़ी में फ्लाई ऐश कंक्रीट ईंट निर्माण ईकाई फाल्सा को स्थापित किया है. जिसमें प्रायोगिक उत्पादन शुरू हो गया है। अब बहुत ही जल्द विधिवत विक्रय कार्य का भी शुभारंभ होगा। इस र्इंट को बनाने के लिए जर्मनी की बहुराष्ट्रीय कंपनी जेनिथ और अपोलो की सहयोग से सहेड़ी में अत्याधुनिक प्लांट स्थापित किया गया है जहां पर कुशल इंजिनियरो की देख-रेख में उत्पादन शुरू हो गया है।