गाजीपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा गाजीपुर शक्तिपीठ पर सैकड़ो श्रद्धालुओं ने गुरु पूर्णिमा पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया। प्रातः 8:00 बजे ही गायत्री शक्तिपीठ गोंडा देहाती पर श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। यह जानकारी गायत्री परिवार के जिला मीडिया प्रभारी विद्यासागर उपाध्याय ने दिया । कहा कि देव पूजन के दौरान दूर-दराज से आए हुए माताओं -बहनों के मंगल गीतों से कैंपस गूंजायमान रहा। इस मौके पर गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सुरेंद्र सिंह ने गुरु और शिष्य के प्रकार संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि गुरु हमें जीवन विद्या सीखाते हैं ,जीवन को समझना सीखाते हैं। जीवन के सिद्धांतों से, जीवन के स्वरूप से, जीवन के तत्व से व जीवन के आधार से हमारा परिचय कराते हैं। कहा कि गुरु शिष्य का संबंध बहुत अद्भुत है और गुरु पूर्णिमा का यह संदेश भी अद्भुत है ।जो हमें सच्चे शिष्यत्व के विकास, पात्रता के अर्जन, समर्पण, विसर्जन, व विलय का संदेश देता है। इसलिए गुरु पूर्णिमा का पर्व हम सभी के लिए सार्थक है ।और हम सभी अति सौभाग्यशाली हैं कि इस महान पल को जीने के लिए हम सब एकत्रित हैं। इस क्रम में उन्होंने गायत्री महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गायत्री वह दैवीय शक्ति है जिससे संबंध स्थापित करके मनुष्य अपने जीवन विकास के यज्ञ के समापन के बाद मानवीय मन में परिवर्तन करने योग्य गुरुवर द्वारा लिखित विशेष सद्दवाक्यों को उच्चारित किया गया। कहा गया कि मन को विचारों और दुर्भावनाओं से बचाए रखने के लिए स्वाध्याय एवं सत्संग की व्यवस्था रखेंगे ।हम ईश्वर को सर्वव्यापी, न्यायकारी मानकर उसके अनुशासन को अपने जीवन में उतरेंगे। इंद्रिय संयम, अर्थ संयम, समय संयम और विचार संयम का सतत अभ्यास करेंगे ।हम बदलेंगे – युग बदलेगा, हम सुधरेंगे – युग सुधरेगा इस तथ्य पर हमारा पूरा विश्वास है। इस तरह के सद्दवाक्यों का संकल्प लेने के बाद सभी गायत्री परिजनों ने अपने-अपने थाल में दीपक सजाकर गायत्री आरती किया ।तत्पश्चात भोजन प्रसाद देकर सभी श्रद्धालुओं की विदाई की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में रामकिशोर राय, माधुरी सिंह, क्षितिज श्रीवास्तव, पवन जी, उमेश यादव, राहुल सिंह, मनोज जायसवाल, मारुति राय, लवहर सिंह यादव, रोली सिंह, रमेश यादव, संजय तिवारी ,ममता सिंह, शांति वर्मा सहित अनेक गायत्री परिजनों का सहयोग रहा।