वाराणसी। जिले में बड़ा हादसा हुआ है। काशी विश्वनाथ मंदिर के पास काशी विश्वनाथ विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन में देर रात दो मकान ढह गए हैं। कई लोग मलबे में दब गए। उन्हें बचान के लिए एनडीआरएफ की टीम जुटी। दर्दनाक हादसे में नौ लोग घायल हो गए। सभी को मंडलीय अस्पताल में भेजा गया गया है। एक महिला प्रेमलता की मौत हो गई है। हादसे के बाद मौके पर तकरीबन 500 पुलिसकर्मी हैं। गोदौलिया से मैदागिन वाले मार्ग को बंद कर कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, वाराणसी के चौक थाना इलाके के खोआ गली चौराहे पर यह हादसा हुआ है। यहां 70 साल पुराने मकान अचानक धराशायी हो गए। बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर स्थित राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता के इन मकानों के मलबे में नौ लोग दबे थे। कई लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है, जिसमें गंभीर रूप से घायल एक सिपाही भी शामिल है, जिसे कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है। जानकारी के अनुसार, खोवा गली में दो मकान (28.7 और 28.6) गिरे हैं। 28.6 का मकान अशोक यादव का है। इसमें दो दुकानें हैं, माला-फूल और कचौड़ी की। 28.7 रमेश गुप्ता का मकान है। इसमें भी दो दुकानें हैं। दुकान के मालिक अनूप गुप्ता ने कहा कि हम लोगों ने मंदिर प्रशासन को कई बार शिकायती पत्र दिया था कि यह मकान गिरवा दिया जाए बावजूद इसके प्रशासन ने हमारी एक न सुनी। करीब दस वर्षों से यह मकान जर्जर अवस्था में है। मकान मालिक अशोक यादव और गोरख यादव देर रात अपने मकान की छत पर सोए हुए थे। मकान को हिलता महसूस कर उनकी नींद टूट गई। उन्होंने बरामदे के रास्ते दूसरे के छत पर छलांग लगा दी।