गाजीपुर। नंदगंज बाजार और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के चट्टी चौराहो पर सड़क के किनारे फास्टफूड के ठेले की दुकानें रोजाना दो बजे के बाद सजना शुरू हो जाते है जिसे बच्चे से लेकर युवा वर्ग स्वाद का आनंद ले रहे हैं। फास्ट फूड जो लोग खा रहे है उससे सतर्क हो जाइये। क्यूकि फास्टफूड का उपयोग करने से पेट के लिए काफी नुकसान पहुंचा रहे है। इसका प्रमाण प्रतिदिन अस्पताल में आने वाले पेट दर्द से पीड़ित बच्चे एवं अन्य को देखकर लगाया जा सकता है। चिकित्सा के लिए आने वाले पेट दर्द के मरीजो में बच्चो की संख्या अधिक होती जा रही है । वर्तमान समय मे बच्चो और युवा वर्ग में फास्टफूड पसन्द बन गया है। शाम सड़क के किनारे फास्टफूड के ठेले वालो के यहां खूब भीड़ दिखाई देती है। इन दुकानों पर मैदा की बने सामग्री को बार-बार उपयोग होने वाले तले तेल में बनाया जाता है ।खाद्य सामाग्री खाने से पेट के मरीजो की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।ऐसे मरीजों के पेट में सूजन की समस्या देखने को मिल रही है। इस संबंध में नवीन प्रा.स्वा. केन्द्र नन्दगंज के चिकित्साधिकारी डा. पंकज कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र पर इस समय प्रतिदिन दो-तीन बच्चे पेटदर्द से पीड़ित रोगी होकर इलाज हेतु आ रहे हैं। पूछने पर पता चल रहा है कि आयेदिन वर्गर व चाउमीन,मंचूरियन फास्टफूड की दुकान पर खाते रहते है। इस प्रकार की खाद्य सामाग्री पेट में पूरी तरह पचता नहीं है ।जिससे आंत में मैदा की लेयर धीरे धीरे जमने लगती है और कुछ दिन बाद आंत में सूजन शुरू हो जाती है। होमियोपैथ के डा.सुनील कुमार यादव ने बताया कि हमारे डिस्पेंसरी में फास्ट फूड का उपयोग करने वाले बच्चे और युवा वर्ग पेट दर्द के प्रति दिन आ रहे है।उन्हे इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।