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अशोका इंस्टीट्यूट वाराणसी में तकनीक से राष्ट्रनिर्माण के लिए नई खोज कर रहे छात्र-छात्राएं

वाराणसी। पहडिया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट ,स्कूल ऑफ बिजनेस वाराणसी में ए0आई0टी0एम0 फाउण्डशन फॉर इन्क्युबशन एण्ड इंटरप्रेन्योरशिप एण्ड इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउसिल आई0आई0सी0 द्वारा आयोजित स्मार्ट इंण्डिया इंटरनल हैकथान 2024 में संस्थान की 22 टीमों ने भाग लिया जिसमें से टॉप 15 टीमों का चयन किया जाना है। कार्यक्रम का उद्घाटन अल्ट्राटेक के हेड ई0 आदिश मोदी और ई0 अंशुमान तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत अशोका इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव ने पौध व स्मृति चिहृन भेंटकर किया। कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी तकनीकि खोज को जजों के सम्मुख प्रस्तुत किया और उनसे देश व समाज को होने वाले फायदे के बारे में डाटा प्रस्तुत करते हुए विस्तार से जानकारी दी। ग्रुप लीडर छात्रा तान्या शर्मा ने अपने प्रोजेक्ट स्मार्ट सस्टेनेबल प्लास्टिक रोड बनाने की तकनीकि को प्रस्तुत किया और उससे होने वाले वाले फायदे गिनाए जैसे परंपरागत बनने वाली सडकों से चार गुना बेहतर और मजबूत व हर मौसम में टिकी रहने वाली प्लास्टिक कचरे से बनने वाली सडक के बारे में डाटाबेस पर जानकारी दी प्लास्टिक सडक से वातावरण में फैल रहे प्लास्टिक कचरे को रिसाइकल के माध्यम से कम कार्बन उत्सर्जन के साथ अच्छी और मजबूत सडक के निर्माण में मदद मिलेगी। ग्रुप लीडर उत्कृष्ट वर्मा ने अपने प्रोजेक्ट रिकवरी ऑफ डिलीटेड डाटा एण्ड एसोसिएटेड मेटा डाटा को प्रस्तुत किया । जिसके माध्यम से कंप्युटर हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, चिप इत्यादि से डिलीट हुए महत्वपूर्ण डाटा की रिकवरी कम समय में और पूरी तरह से सुरक्षित डाटा रिकवर करना कैसे संभव किया जाय ताकि किसी भी तरह के अपराध को सुलझाने में जांच एजेंसियों को मदद मिल सके। ग्रुप लीडर तनीशा गुप्ता ने अपने प्रोजेक्ट ए0आई0 ड्रिवेन इंस्पेक्शन ऑफ इंस्टीट्यूशन के बारे में जानकारी दी जिसके माध्यम से किसी भी संस्थान को सरकारी अथवा गैर सरकारी मान्यता पाने के लिए ए0आई0 के माध्यम से डाटा कलेक्ट करना जिसमें संस्थान के अंदर जरुरी साजो समान और शिक्षण के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले संसाधन पर्याप्त रुप में हैं या नहीं है इसकी जानकारी के लिए एक ऐप के माध्यम से कलेक्ट करना इससे किसी भी संस्थान को मान्यता पाने के लिए फिजिकल इंस्पेक्शन की जरुरत नहीं होगी और कम समय में ये सारे काम वन क्लिक पर किए जा सकते हैं। ग्रुप लीडर सिमरन सिंह ने अपने प्रोजेक्ट आई केयर पोर्टेबल एक्युरेट इंड्रा आकुलर प्रेशर मेजरमेंट डिवाइस यह एक ऐसी डिवाइस है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी आंखों की बीमारी के बारे में कभी भी अपने मोबाइल व कंप्युटर के माध्यम से लाग इन करके अपने आखों के बारे में जानकारी अपलोड करके उससे मिलने वाले डाटा को निःशुल्क अपलोड कर सकता है और उससे मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर कुशल चिकित्सक से अपनी आखों का इलाज करवा सकता है। ग्रुप लीडर रीतिका चौबे ने अपने प्रोजेक्ट द वीमेंस प्रोटेक्टर डिवाइस के बारे में जानकारी प्रस्तुत किया जिससे पविार के बच्चों ,महिलाओं एवं छात्राओं की लोकशन परिवार को मिलती रहेगी और किसी मुसीबत में आने पर खास तरह की बीप से परिजनों को उनके खतरे के बारे में आगाह करेगा जिससे उनके लिए तत्काल सुरक्षा के इंतजाम किए जा सकें। कार्यक्रम में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार करने वाले छात्र छात्राओं को संस्थान के चेयरमैन ई अंकित मौर्य, वाइस चेयरमैन डा0 अमित मौर्य व मैनेजिंग डायरेक्टर अनुभव मौर्य ने छात्रों के प्रयास को सराहा और उनके इस कार्य को और बेहतर तरीके से करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन छात्र उत्कृष्ठ वर्मा और अमीषा सिंह ने किया। कार्यक्रम के कन्वेनर प्रो0 एसएन सिंह ,आर्गेनाइजिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रो0 सज्जाद अली उपाध्यक्ष डा0 राजीव यादव निर्णायक मण्डल के सदस्य शिक्षकगंण प्रो0 पंकज श्रीवास्तव, प्रो0 पंकज विश्वकर्मा प्रो0 आदित्य सिंह यादव, प्रो0 रोशनी जायसवाल व प्रो0 संतोष कुमार का सहयोग रहा।

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