गाजीपुर। नौली के प्राचीन काली शिव मंदिर के प्रांगण में चल रहे श्री रूद्रांबिका महायज्ञ के क्रम में यज्ञाचार्य वेद विभूषण वेदाचार्य डॉ पंडित धनंजय पांडे जी के आचार्यत्व में काशी से पधारे वैदिक विद्वान जनों के द्वारा वैदिक मंत्र पद्धति से भगवान अग्नि नारायण का प्राकट्य हुआ। और आज से यज्ञ मंडप में भगवान रुद्रंबिका की यज्ञ आहुति भी प्रारंभ हो गई। भारी मात्रा में श्रद्धालुओं के जयकारों के साथ बहुत उल्लास से यज्ञ मंडप की परिक्रमा व दर्शन पूजन में लोग अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। प्रतिदिन प्रात काल 7:00 से ही वेद पारायण मंडप पूजन के वैदिक मंत्र से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है। मध्याह्न में भी 2:00 से काशी से पधारे भागवत कथा व्यास पंडित कन्हैया द्विवेदी जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत महापुराण की दिव्य संगीतमय कथा के अंतर्गत ध्रुव चरित्र, अजामिल उपाख्यान, भगवान की नवधा भक्ति का वर्णन सहित दिव्य अवतारों की कथा का रसास्वादन करते हुए श्रोतागण भक्ति भावना में तल्लीन रहे। इस अवसर पर यज्ञाचार्य ने बताया कि यज्ञ कर्म से सबका कल्याण एवं मनुष्य योनि का मुख्य उद्देश्य पूर्ण होता है। विशिष्ट अतिथि के क्रम में श्री कृष्ण योग माया शक्तिपीठ के संस्थापक परमहंस परिव्राजक आचार्य स्वामी श्री ज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज का आशीर्वचन आम जनमानस को सर्व सुलभ ढंग से प्राप्त हुआ। इस मौके पर आशुतोष मिश्रा, विकास गुप्ता ,रविकांत मिश्रा, राम बिहारी सिंह ,त्रिभुवन पांडे ,कृष्ण यादव, अरविंद सिंह, आदि उपस्थित रहे।