लखनऊ। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर को क्यू एस (क्वाक्रेली साइमंड्स) द्वारा प्रति वर्ष जारी की जाने वाली उच्च शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक गुणवत्ता की रैंकिंग में सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। क्यू एस रैंकिंग्स द्वारा आज जारी की गई दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालयों की वर्ष 2025 की रैंकिंग में एम एम एम यू टी को 292वाँ स्थान प्राप्त हुआ है जबकि समस्त एशियाई विश्वविद्यालयों में 901वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एम एम एम यू टी ने इस वर्ष पहली बार क्यू एस रैंकिंग्स के लिए आवेदन किया था। इसके पहले विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग के लिए कभी आवेदन नहीं किया था। यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष हो जाती है कि इसी वर्ष अगस्त में शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की गई एन आई आर एफ रैंकिंग में एम एम एम यू टी को इंजीनियरिंग श्रेणी में पूरे देश में 84वाँ, विश्वविद्यालय श्रेणी में 94वाँ, तथा सरकारी राज्य विश्वविद्यालय श्रेणी में 40 वाँ स्थान प्राप्त हुआ था। वि वि के आई क्यू ए सी निदेशक प्रो वी एल गोले ने बताया कि क्यू एस रैंकिंग्स द्वारा विभिन्न मानकों जैसे कि अकादमिक प्रतिष्ठा, शोध पत्रों का औसत साइटेशन, प्रति शिक्षक द्वारा प्रकाशित शोध पत्र का औसत, नियोक्ताओं में प्रतिष्ठा, शिक्षक छात्र अनुपात, पी एच डी उपाधि प्राप्त शिक्षकों की संख्या, अंतराष्ट्रीय शोध नेटवर्क, प्रतिवर्ष विदेश से आने वाले छात्रों की संख्या, अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों की संख्या, विदेश जाने वाले छात्रों की संख्या आदि मानकों पर किसी भी संस्थान को परखा जाता है। इन मानकों में प्रदर्शन के आधार पर संस्थाओं को अंक प्रदान किए जाते हैं और सभी संस्थान को मिले अंकों के आधार पर रैंकिंग की जाती है। विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई। शिक्षकों ने एक दूसरे को बधाई देकर खुशी जाहिर की। विश्वविद्यालय के मा. कुलपति प्रो जे पी सैनी ने सभी शिक्षकों, छात्र छात्राओं, कर्मचारियों, पुरातन छात्रों, एवं नियोक्ताओं को बधाई दी। उन्होंने निदेशक, आई क्यू ए सी और रैंकिंग सेल के समस्त पदाधिकारियों को भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि ” सभी की मेहनत से यह परिणाम आया है और आगे इस रैंकिंग को और ऊपर ले जाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर हम सभी को कार्य करना है। माननीय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल जी की सतत प्रेरणा एवं मार्गदर्शन, तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग प्राप्त होने के कारण ही विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि प्राप्त हुई है जिसके लिए समूचा विश्वविद्यालय परिवार हृदय से कुलाधिपति एवं मुख्यमंत्री का आभारी है।”