सोनभद्र। जिले के पिपरी में स्थित एशिया के विशालतम बांधों में एक रिहंद बांध का जलस्तर अपने उच्चतम स्तर को पार चुका है। ऐसे में बांध के तीन फाटक खोल दिए गए हैं। बांध से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि उच्चतम स्तर तक पहुंचने के बाद ही बांध के फाटक खोले गए हैं। उधर, जलस्तर में वृद्धि के बाद प्रशासन ने सोन नदी के तटवर्ती इलाकों के लिए अलर्ट जारी करते हुए नदी से दूर रहने को कहा है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुशील कुमार सिंह ने बताया कि बांध का जलस्तर अपने अधिकतम स्तर 872 फीट पर मेंटेन रखना है। अब इस वर्ष मानसून का अंतिम दौर चल रहा है। बुधवार की सुबह बांध का जलस्तर 872.2 फीट पार करने के बाद फाटक खोल दिया गया। फिलहाल बांध के 6,7 व 8 नंबर गेट को 10-10 फीट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। इसके पूर्व मंगलवार की शाम को बांध में पानी का इनफ्लो तेज देखते हुए 871.2 फीट पर पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया था।मंगलवार की शाम 5 बजे बांध के एक फाटक को 10 फीट तक खोल भी दिया गया था परंतु 10 मिनट बाद पुनः बंद कर दिया गया। पानी के घटते दबाव को देखकर सिंचाई विभाग ने फाटक खोलने के निर्णय को रोक दिया था।इसके बाद रात भर में बांध का जलस्तर 871.9 फीट पर पहुंच गया था। जल विद्युत उत्पादन निगम के अधिशासी अभियंता शशिकांत राय ने बताया कि बांध पर स्थित छह टरबाइन को चलाकर 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जिससे 18 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बांध की सुरक्षा की दृष्टि से बांध की अधिकतम जल क्षमता 872 फीट रखी गई है, इसलिए उसके बाद ही बांध के फाटक खोले गए हैं।