गाजीपुर। भाजपा सरकार द्वारा बिजली विभाग को निजीकरण किये जाने के प्रयास का समाजवादी पार्टी के विधायक डा. वीरेंद्र यादव ने पुरजोर विरोध करते हुए बताया कि यह कार्य केवल उद्योगपति मित्रों अडाणी, अम्बानी और टाटा को खुश करने के लिए किया जा रहा है। बिजली विभाग को औने-पौने दाम में उद्योगपतियों को बेच कर प्रदेश के गरीब किसान और जनता को महंगी बिजली खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है और विद्युत कर्मचारियों के हक पर डाका डाला जा रहा है। उन्हे जबरदस्ती बीआरएस के नाम पर नौकरियों से निकाला जा रहा है। जिससे कर्मचारियों का पूरा परिवार आज भय के साये में जी रहा है कि कल उनका भविष्य क्या होगा। उन्होने बताया कि भाजपा की यह सोची-समझी रणनीति है कि गरीब किसानों और जनता का शोषण करके उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जाये और उद्योपतियों के सहायता से चुनाव जीतकर सत्ता पर काबिज रहा जाये। उन्होने कहा कि अगर निजीकरण हो जायेगा तो सरकार के शह पर निजी कंपनियों के गुंडे किसानों और जनता पर खुलेआम गुंडई कर के मनमाना बिजली का मूल्य वसूली करेंगे। ये प्रदेश की जनता के हित में नही है। उन्होने बताया कि आज पूरे प्रदेश से डीएपी खाद गायब हो गयी है। लाइन लगाकर किसानों को केवल एक-एक बोरी खाद दी जा रही है। जिससे किसान गेहूं की बुआई नही कर पा रहा है और बाजार से ब्लैक में खाद खरीदने के लिए मजबूर है।