गाजीपुर। पुरस्कृत शिक्षक वेलफेयर सोसाइटी उप्र. की लखनऊ के दारुलसफा में हुई बैठक में प्रयागराज – झांसी खण्ड के शिक्षक विधायक बाबूलाल तिवारी को 11 सूत्रीय मांगों वाला ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन प्रांतीय अध्यक्ष बीएन खरे ने सौंपा। बैठक में प्रतिभाग कर लौटे संगठन के वाराणसी मंडल के अध्यक्ष राम अवतार यादव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में पुरस्कृत शिक्षकों को मुख्य अतिथि बाबूलाल तिवारी ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को वह मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और उसे पूर्ण कराने की भरपूर कोशिश करेंगे। पुरस्कृत शिक्षकों की जो मांगे हैं, वह उचित है। पुरस्कृत शिक्षकों की संख्या बहुत कम है। इनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है, लेकिन मैं इनकी आवाज को बुलंद करूंगा और इनकी वाजिब सभी मांगों के संबंध में शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर उस पर चर्चा करूंगा। शिक्षक विधायक ने माध्यमिक की तरह बेसिक के पुरस्कृत शिक्षकों का सेवा विस्तार दो साल की जगह तीन साल किए जाने की मांग को उचित बताया। पुरस्कृत शिक्षकों की हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, टोल टैक्स, रेलवे एवं रोडवेज की सभी प्रकार की बसों में एक सहयोगी के साथ निःशुल्क यात्रा की मांग है। उन्होंने कहा कि पुरस्कृत शिक्षकों की मृत्यु पर उनका राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने और स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस एवं जिला, मंडल और प्रदेश स्तर पर आयोजित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में पुरस्कृत शिक्षकों को आमंत्रित किए जाने की मांग भी उचित है। उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि राष्ट्रीय पर्वो पर अधिकारी क्षेत्र के पुरस्कृत शिक्षकों को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करते हैं। पुरस्कृत शिक्षक एक आदर्श शिक्षक है। कार्यक्रमों में इनको आमंत्रित करने से गौरव बढ़ता है। इसलिए इनकी उपेक्षा राष्ट्र हित में नहीं है। संगठन का वार्षिक अधिवेशन जनवरी में अमरोहा जनपद में कराने की जानकारी वहां के पुरस्कृत शिक्षक सतीन्द्र कटारिया ने दी। बैठक में पुरस्कृत शिक्षक उदयराज यादव, अक़बर अली, डा रामअवतार यादव, स्नेहिल पाण्डेय, बृजलाल राठी, अमरेश सिंह, वंदना तिवारी, नीलिमा श्रीवास्तव, डा. सतीन्द्र कटारिया, सीता राम, देवेन्द्र, प्रकाश पाठक, बासुदेव यादव, बालकिशुन, आरपी मिश्रा, गोपाल स्वरूप आदि रहे।