ग़ाज़ीपुर/ग़हमर। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुन राजभर ने शनिवार को बसुका गांव में सुभासपा द्वारा आयोजित जनसभा में कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी शोषित, वंचित, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यकों के हक़ अधिकार की लड़ाई लड़ रही है। ओबीसी/एससी-एसटी के अंतर्गत ऐसी जातियां हैं जिन्हें सदियों से उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें 27% ओबीसी /22.5% एससी-एसटी आरक्षण को वर्गीकरण करके आरक्षण व्यवस्था हरियाणा में लागू हो सकता है तो उत्तर प्रदेश में लागू कराने के लिए आवाज़ बुलंद करना होगा तभी अतिपिछड़ों और अतिदलितों को न्याय मिल सकेगा और इनकी भी सभी क्षेत्रों में भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगा । 27% आरक्षण में ओबीसी वर्ग में कुछ विशेष समुदाय आरक्षण की सुविधा पर पूरी तरह काबिज हो गए।वही 22.5% दलितआरक्षण में दलित वर्ग में कुछ विशेष समुदाय आरक्षण की सुविधा पर पूरी तरह काबिज हो गए। उससे मुक्ति मिले। जिसकी वजह से इसका लाभ समान रूप से सभी समुदायों को नहीं पहुंच रहा है। आरक्षण की सुविधा लेकर एक ऐसा संपन्न वर्ग विकसित हो गया, जिसने आरक्षण की सभी सुविधाएं अपने तक केन्द्रित कर ली हैं। जो रोटी मिल बांट का खानी थी, उसको उसी वर्ग के कुछ विशेष समुदायों ने अकेले खा लिया, और अन्य समुदाय सामाजिक न्याय से वंचित रह गए। राजभर ने कहा देश में वन नेशन वन इलेक्शन के साथ वन एजुकेशन भी लागू होना चाहिए ,सपा, बसपा, कांग्रेस पूरी तरह से ज़मीन पर समाप्त के कगार पर है काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती है ,विपक्ष के कुछ नेता संविधान की कॉपी जेब में रखकर घूमते हैं. उन्होंने बचपन से यही सीखा है. संविधान को जेब में रखकर घूमना ही सीखा है. लेकिन सुभासपा ने संविधान को माथे से लगाया है.हमारा संविधान प्रगतिशील, समावेशी, परिवर्तनकारी है. हमारे संविधान ने एक ऐसे समाज के निर्माण का ब्लूप्रिंट दिया है, जिसमें समरसता और समृद्धि हो. कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए है. हमारा संविधान नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.यहां देश प्रदेश के शीर्ष पद को प्राप्त करने के लिए जन्म की पहचान मायने न रखती है. जहां एक गरीब ,किसान परिवार में जन्मा व्यक्ति राष्ट्रपति बन सके. प्रधानमंत्री ,मुख्य मंत्री ,कैबिनेट मंत्री ,विधायक ,सांसद,जिलापंचायत अध्यक्ष ,ब्लाक प्रमुख ,जिला पंचायत ,प्रधान बन सके.और समाज की रक्षा कर सकें। संविधान के मूल्य संविधान के द्वारा दिखाया गया मार्ग, सिद्धांत हमारे मन, वचन और कर्म में दिखाई देते है और उसी रास्ते पर सुभासपा आगे बढ़ रही है वर्तमान समय में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी उत्तर प्रदेश ही नहीं अपितु बिहार राज्य की राजनीति में भी अपना दखल रखती है जिसकी बानगी बिहार राज्य में सुभासपा की रैली में उमड़ते हुए जनशैलाब से पता चलती है। आज शोषित, वंचित, पिछड़ा, दलित वर्ग सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से जुड़ता जा रहा है, सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अभी से आगामी 2026 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं । कांग्रेस, सपा, बसपा की सरकारों में जब गरीब बीमार होता था, इलाज के खर्च के लिए खेत बिक जाते थे, कर्ज लेकर अस्पताल का बिल चुकाया जाता था। जबकि अब पीएम मोदी के नेतृत्व में मुफ्त इलाज हो रहा है। और सुभासपा प्रमुख कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के क़लमों से गरीबों का फ़्री में इलाज कराया जा रहा है । कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने गरीबी मिटाने का नारा दिया, कि हम देश से गरीबी मिटा देंगें लेकिन उन्होंने गरीबी की एक रेखा खींच दी और कहा कि आप इस रेखा के नीचे रहकर आवास, शौचालय, पेंशन, राशन की बात करना लेकिन शिक्षा, नौकरी एवं गरीबी की रेखा से ऊपर आने की बात न करना। कांग्रेस ने 60 वर्ष तक राज किया, लगभग 20 वर्ष तक बसपा एवं सपा ने गरीबी मिटाने के नाम पर वोट लिया लेकिन सत्ता में रहते हुए इन लोगों ने कुछ नहीं किया। अरुण राजभर ने कहा कि आज सभी विपक्षी पार्टियां जातीय जनगणना की मांग कर रही हैं, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान किसी ने भी न तो जातिगत जनगणना की मांग की और न ही किसी ने जातिगत जनगणना करने पर ध्यान दिया। इस मौके पर सालिक यादव राष्ट्रीय संगठन मंत्री ,मंडल अध्यक्ष ललन राजभर ,ज़िलाध्यक्ष सुरेंद्र राजभर ,अमरनाथ पासवान ,रामदाहीन पासवान,मंत्री प्रतिनिधि सुरेश राजभर ,रितेश राम ,शिवकुमार यादव , अनिल राजभर ,हेमंत राजभर ,रामनारायण राजभर ,लक्ष्मण प्रजापति,दीक्षित राय,आदि लोग उपस्थित रहे । संचालन-हेमंत राजभर ,अध्यक्षता रामाशीष राजभर ने किया ।