गाज़ीपुर। सोमवार को कम्युनिस्ट पार्टियों के संयुक्त आवाहन पर गृहमंत्री अमितशाह देश से माफी मांगे एवं इस्तीफा की मांग को लेकर देश के पैमाने पर आंदोलन के तहत गाज़ीपुर मुख्यालय स्थित सरजू पाण्डेय पार्क में कम्युनिस्ट पार्टियों ने संयुक्त रूप से धरना दिया। इसे सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने सांसद में संविधान निर्माता भीम राव अम्बेडकर के प्रति अपमानजनक वक्तब्य देकर संविधान विरोधी रुख को प्रगट किया है। भाजपा और आरआरएस शुरु से ही आजादी के गर्भ से निकले संविधान का विरोध किया है। इसकी प्रतियां फूंका। ये मनुस्मृति के समर्थक है। इन्होने आजादी के आंदोलन में अंग्रेजो का,राजे राजवाडो का समर्थन किया। भारत का संविधान ही आज सारे कानूनो का स्रोत है। यह सरकार चलाने का मार्ग दर्शक है। लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्ष, समाजवाद संविधान का प्राण है जो भारत की जनता की मुक्ति का मार्ग है। हम किसी कीमत पर संविधान को ख़त्म नहीं करने दे सकते। बोधिसत्व बाबा साहब देश के नायक है। उनका अपमान कभी बर्दास्त नही करेंगे। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि वर्तमान सरकार तानाशाह है, फासिस्ट है, लोकतंत्र विरोधी है। इसके साथ ही किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, पिछड़ा, दलित विरोधी है। वामपंथी दल अंतिम दम तक जी तोड़ संघर्ष करेंगे। धरने को सम्बोधित करने वालों में प्रमुख रूप से किसान सभा के राष्ट्रीव सचिव पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, भाकपा माले के राष्ट्रीय नेता ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, जिला मंत्री भाकपा जनार्दन राम, माले जिला सचिव शशिकांत कुशवाहा, भाकपा सह सचिव राम अवध, ईश्वरलाल गुप्ता, डॉक्टर राम बदन सिंह, सपा नेता सूरज राम बागी, योगेंद्र भारती, सुरेंद्र राम, संजय, मोती प्रधान, नंदकिशोर, रामशुक्ला, भोला यादव आदि शामिल रहे। अध्यक्षता पार्टी राज्य कार्यकारिणी सदस्य अमेरिका सिंह यादव ने किया।