लखनऊ। उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर (MMMUT) में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने, उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के संभावित स्रोतों की जानकारी प्रदान करने और स्टार्टअप क्षेत्र में उभर रही चुनौतियों पर चर्चा करना था। कार्यशाला की अध्यक्षता माननीय कुलपति महोदय ने की, जबकि संयोजक की भूमिका प्रो. एस. के. सोनी, विभागाध्यक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग, ने निभाई। अपने उद्घाटन संबोधन में प्रो. सोनी ने भारत में स्टार्टअप संस्कृति के विकास पर प्रकाश डालते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स को सिर्फ विचारों तक सीमित न रखते हुए उन्हें व्यावहारिक रूप से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। साथ ही, उन्होंने बताया कि AICTE द्वारा वित्तपोषित IDEA LAB स्टार्टअप्स को नवाचार और अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा, जिससे वे अपने विचारों को साकार कर सकें। कार्यशाला के मुख्य वक्ता पंकज ठाकर, चीफ मेंटर, PADUP VENTURES ने स्टार्टअप फंडिंग की विभिन्न प्रक्रियाओं, उपलब्ध योजनाओं और अनुदानों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि किसी भी स्टार्टअप की सफलता के लिए उचित मेंटरशिप, रणनीतिक योजना और प्रभावी वित्त पोषण अत्यंत आवश्यक है। श्री ठाकर ने उद्योग जगत में स्टार्टअप्स की संभावनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की और प्रतिभागियों को फंडिंग प्राप्त करने के व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया। कार्यशाला के दौरान विभिन्न नवाचार-आधारित तीन से चार स्टार्टअप्स ने विशेष रुचि दिखाई, जिन्हें PADUP VENTURES द्वारा प्रारंभिक मूल्यांकन के बाद निवेश सहायता प्रदान करने की संभावना जताई गई। इन स्टार्टअप्स के विचारों की गुणवत्ता और संभावनाओं का विश्लेषण कर आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी। कार्यशाला के सफल आयोजन में विश्वविद्यालय प्रशासन, संकाय सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में डॉ. विनोद कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग, ने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया और इस तरह की कार्यशालाओं को स्टार्टअप्स के लिए एक उपयोगी पहल बताया। इस कार्यशाला ने नवोदित उद्यमियों को न केवल वित्त पोषण के विभिन्न माध्यमों की जानकारी प्रदान की, बल्कि उन्हें अपने स्टार्टअप विचारों को साकार करने हेतु एक सशक्त मार्गदर्शन भी प्रदान किया।
