गाजीपुर। करंडा स्थित ग्राम आरी पहाड़पुर सैता पट्टी भगवान श्री नागा बाबा धाम का पावन धाम है। श्री नागा बाबा रविवार 16 अक्टूबर 1972 को बाबा अपनी सहज लीला को पूर्ण कर परिनिर्वाण को प्राप्त हो गए । उसी दिन शरद पूर्णिमा को उनकी समाधि स्थल श्री नागा बाबा धाम आरी पहाड़पुर सैता पट्टी में भव्य सांस्कृतिक आध्यात्मिक मेले का आयोजन भगवान श्री नागा बाबा स्मारक सेवा समिति द्वारा किया जाता है। जिसमें लाखों की संख्या में भक्त भगवान श्री नागा बाबा का आशीर्वाद उनके दर्शन मात्र कर लेने से ही मिल जाता है। नागा बाबा इस जगत में न रहते हुए भी बाबा परमात्मा की जीती जागती प्रतिमूर्ति हैं वह अंतयार्मी थे। उनके लिए भौतिक जगत तृण व्रत था। भक्तों के लिए बाबा का प्रसाद व आशीर्वाद मंगलदायक था। जो कार्य औषधि से नहीं होता वह कार्य बाबा के आशीर्वाद मात्र से होता है। आज भी उनके समाधि के दर्शन मात्र से सुख शांति की प्राप्ति तो होती है। सभी मनोरथ भी सिद्ध होता है। वह नर रूप में साक्षात नारायण के अवतार थे। इस वर्ष भी बुधवार 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिवसीय विशाल मेले का आयोजन होगा। जो भगवान श्रीं नागा बाबा धाम पवहारी समाधि स्थल आरी पहाड़पुर, सीतापट्टी करंडा में आयोजित होगा। आयोजन प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी धाम की व्यवस्था में लगे भगवान श्री नागा बाबा स्मारक सेवा समिति आरी पहाड़पुर, सीतापट्टी के अध्यक्ष मदन मोहन सिंह राजू और समिति से जुड़े सदस्यों द्वारा क्षेत्रीय जनता के साथ बैठक किए जिसमे मेले को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।