वाराणसी। पहडिया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में भारतीय कंक्रीट संस्था वाराणसी सेंटर एवं अशोका इंस्टीट्यूट दिवस पर सेमिनार अयोजित हुआ कार्यक्रम का उदघाटन जल शक्ति मंत्रालय के साइंटिस्ट डी डा0 राकेश सिंह ने दीप प्रज्ज्वल कर किया । मंचासीन अतिथियों अशोका इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 बिहारी लाल शर्मा, वाराणसी सेंटर के चेयरमैन आर्किटेक्ट ई0 श्याम लाल सिंह, वाइस चेयरमैन ई0 राम विजय सिंह, ई0 अमित कृष्ण यादव को पुष्पगुच्छ भेंटरकर स्वागत किया गया । भारतीय कंक्रीट संस्थान वाराणसी सेंटर के चेयरमैन ई0 श्याम लाल सिंह ने संस्था की वार्षिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी तत्पश्चात् तकनीकि वक्ता डा0 राकेश सिंह साइंटिस्ट डी ,जलशक्ति मंत्रालय ने पूर्वी गंगा बेल्ट में जलश्रोतों का संरक्षण 2047 तक विकसित देश का दर्जा प्राप्त करना भारत के लिए एक बडी चुनौती विषय पर बोलते हुए कहा जिस तरह से हम जमीन से जल का दोहन करते जा रहे हैं और उसके रीचार्ज के बारे में हम ध्यान नहीं दे रहे हैं तो एक दिन ऐसा आएगा हम पानी के लिए हमें तरसना पडेगा। इससे बचने के लिए उन्होंने पानी की उपलब्धता के लिए तीन तरीके बताए रेल वाटर हार्वेटिंग ,सीवरेज वाटर हार्वेटिंग और ग्राउण्ड वाटर रीसाईलिंग यदि हम भविष्य में इस कार्ययोजना को नहीं अपनाएंगे तो पूरी मानव सभ्यता को भारी कीमत चुकानी पड सकती है। इस कार्यक्रम में वाराणसी जिले के अभियंता वास्तुकार एवं छात्र छात्राएं शमिल रहे।कार्यक्रम का संचालन ई0 नवीन निश्चल पाण्डेय संयोजन ई0 प्रशांत गुप्ता ने किया अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन ई0 अमित कृष्ण यादव ने किया । कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मातिन किया गया ।