बलिया! रट्टूचक सागरपाली गांव में तेल और गैस मिलने की संभावना पर ओएनजीसी की ओर से खोदाई की जा रही है। इसके लिए कंपनी आधुनिक उपकरणों व मशीनों की मदद ले रही है। यहां तीन हजार मीटर तक खोदाई की जाएगी।कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो तीन किलोमीटर के क्षेत्रफल में तेल की खोज के लिए खोदाई की जाएगी। इसके लिए नसीराबाद और नरही गांव चिह्नित किए गए हैं। दोनों स्थानों पर खोदाई का खाका तैयार है।कंपनी वित्त व लेखा महाप्रबंधक संजीव हजारिका का कहना है कि बलिया से प्रयागराज तक करीब तीन सौ किमी तक धरती के अंदर तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार होने के संकेत मिले हैं। उसी के तहत सबसे निचले स्तर बलिया के सागरपाली रट्टूचक में खोदाई की जा रही है। ओएनजीसी के अधिकारी तेल के साथ गैस मिलने की भी संभावना जता रहे हैं। इससे 30 साल तक देश काे तेल का बड़ा भंडार मिल सकता है। 40 तरह के पेट्रोलियम उत्पाद तैयार किए जाएंगे।शेरे चित्तू पांडेय के गांव रट्टूचक सागरपाली में उनके परिजनों से 10 एकड़ खेत लीज पर लेकर ओएनजीसी तीन किमी अंदर तक खोदाई कर रही है। अब तक खोदाई 700 मीटर तक पहुंच चुकी है। पानी के बाद दूसरी बार चट्टान मिलने के कारण मंगलवार को खोदाई रुकी रही। इंजीनियरों की टीम चट्टान की खोदाई करने वाली मशीन लगाने में व्यस्त रहे। चट्टान की खोदाई के लिए देहरादून से पिछले दिनों मशीनें आई हैं।