गाजीपुर। साहित्य चेतना समाज की बैठक संस्था के संस्थापक अमरनाथ तिवारी ‘अमर’ के नगर के वंशीबाजार स्थित स्वामी विवेकानन्द कालोनी में हुई। बैठक में सुपरिचित नवगीतकार, संस्था के द्वारा अनवरत संचालित साहित्यिक कार्यक्रम ‘चेतना-प्रवाह’ के स्थायी संचालक डॉ.अक्षय पाण्डेय को वाराणसी की चर्चित साहित्यिक संस्था ‘साहित्यिक संघ’ के 33वें वार्षिक अधिवेशन में ‘सेवक साहित्यश्री सम्मान-2024’ से सम्मानित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। गाजीपुर में रेवतीपुर के निवासी नवगीतकार डॉ.अक्षय पाण्डेय को यह सम्मान साहित्य में राष्ट्रीय स्तर पर नवगीत के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट अवदान के लिए प्रदान किया गया। इसके पूर्व इन्हें सन् 2021 में नवगीत के क्षेत्र में इनके महनीय योगदान के लिए ‘पं. रामानुज त्रिपाठी स्मृति नवगीत साहित्य सम्मान’ एवं ‘गोपाल राम गहमरी नवगीतकार सम्मान’ प्रदान किया जा चुका है। डॉ.अक्षय पाण्डेय की अब तक चार कृतियां-
1-‘हम न हारेंगे अनय से’ (हिन्दी-नवगीत-संग्रह-2021)
2-‘हँसकर बोले बुद्ध अन्त में’ (हिन्दी-नवगीत-संग्रह-2022)
3-‘टूटे ना छन्द अब’ (भोजपुरी-नवगीत-संग्रह-2023)
4-‘झूठे देखावेलs भोर’ (मुक्त जी के भोजपुरी गीतों का सम्पादन-2023) प्रकाशित हैं। इसके अतिरिक्त देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं के साथ ही तमाम समवेत संकलनों में रचनाऍं प्रकाशित हैं। वर्तमान में डा.पाण्डेय इण्टर कॉलेज करण्डा, गाजीपुर में वरिष्ठतम हिन्दी-प्रवक्ता के रूप में कार्यरत हैं। इनकी इस साहित्यिक उपलब्धि के लिए नगर की प्रतिष्ठित संस्था ‘साहित्य चेतना समाज, गाजीपुर’ के संस्थापक अमरनाथ तिवारी ‘अमर’, संगठन सचिव प्रभाकर त्रिपाठी के साथ ही संस्था के सम्मानित प्राधिकारी गण एवं नगर के प्रबुद्धजनों ने बधाई के साथ ही रचनात्मक क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की।बैठक में प्रमुख रूप से प्रभाकर त्रिपाठी,आनन्द प्रकाश अग्रवाल,अमरनाथ तिवारी अमर,संजीव गुप्त,डा.रविनन्दन वर्मा,हीरा राम गुप्त,हर्षित श्रीवास्तव,राजीव मिश्र,शशिकांत राय आदि उपस्थित थे।