लखनऊ। राजधानी में शुक्रवार से विधान भवन में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित भारत युवा संसद महोत्सव (VBYPF) का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत अगले दो दिन में 240 युवा विधानसभा में भाषण देंगे। इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ युवा संसद जाएंगे। इसका उद्देश्य 18 से 33 वर्ष के युवाओं की आवाज को सुनना है। साथ ही युवाओं में निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में चुने गए सभी युवाओं का देश की सबसे बड़ी विधायिका में स्वागत किया। प्रधानमंत्री आने वाले समय में भारत में युवाओं की भूमिका को लेकर संकल्पित हैं। वह जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व को विकसित करने का उद्देश्य रखते हैं। ‘माय भारत’ अभियान पर दो वर्ष से मंथन चल रहा था। आज 240 युवा देश की सबसे बड़ी विधायिका में आए हैं। आपके लिए गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संसदीय लोकतंत्र के तीन पिलर विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका से देश का संचालित होता है। विधायिका में अलग-अलग क्षेत्रों से चुने गए जनप्रतिनिधि अपनी बात रखते हैं। सभी के लिए नियम निर्धारित हैं। यहां जो नीति बनती है, वही सरकार के पास जाती है। कार्यपालिका उसे क्रियान्वित करती है। कोई कानून का पालन नहीं कर रहा हो तो उसकी सुनवाई के लिए न्यायपलिका है। लेखपाल से मुख्य सचिव तक प्रशानिक तंत्र जनता के लिए लगा रहता है। तीनों तंत्र एक दूसरे के पूरक हैं। एक नीति बनाता है। दूसरा उसे लागू करता है। तीसरा कोई कमी होने पर उसे दूर करता है।
