बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही नित नूतन अकादमिक उपलब्धियां अर्जित कर रहा है। इसी कड़ी में विवि को एक और उपलब्धि प्राप्त हुई है, बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बी.सी.आई.), नई दिल्ली से जेएनसीयू को पाँच वर्षीय विधि पाठ्यक्रम की मान्यता प्राप्त हो गयी है। इंटरमीडिएट या समकक्ष उत्तीर्ण विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकता है। कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि बी.ए.- एल.एल.बी. (आनर्स) के इस 5 वर्ष के पाठ्यक्रम के अध्ययन से विद्यार्थी को एक वर्ष के समय की बचत होगी तथा रोजगार के कई अवसर प्राप्त होंगे। इंटरमीडिएट के बाद विद्यार्थी को विधि स्नातक करने में बी.ए.- 3 वर्ष और एल.एल.बी.- 3 वर्ष, कुल 6 वर्ष लगा करते थे। अब विद्यार्थी इंटरमीडिएट के तुरंत बाद ही विधि के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकता है। बलिया और निकटवर्ती जनपदों में यह पाठ्यक्रम कहीं उपलब्ध न होने के कारण विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम में पढ़ने के लिए दूर जाना होता था, जिससे अभिभावकों के ऊपर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता था। जनपद में यह पढ़ाई उपलब्ध हो जाने से अब विद्यार्थियों को घर रहकर अध्ययन करने की सुविधा मिल जाएगी और अभिभावकों पर आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। बी.सी.आई. से मान्यता मिलने के बाद विवि में इसी सत्र से इस पाठ्यक्रम की कुल 120 सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश लिया जाएगा। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उक्त पाठ्यक्रम में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जाकर यथाशीघ्र अपना रजिस्ट्रेशन करा लें।