गाजीपुर। सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी ने हरिहरपुर कालीधाम मंदिर में मीडिया को बताया कि अयोध्या में स्थित भव्य श्रीराम मंदिर के तर्ज पर हरिहरपुर कालीधाम में भी मां काली का भव्य मंदिर बनेगा। मंदिर निर्माण की कार्ययोजना का अंतिम रुप दिया जा रहा है शीघ्र ही मंदिर का निर्माण शुरु होगा। उन्होने बताया कि हजारो वर्ष पुराना यह जागृत काली माता का मंदिर है। यहां पर हरि और हर दो देवताओं की पूजा होती है। आदिकाल से सनातन धर्म में ब्रह्मा, विष्णु, महेश की पूजा होती है जो वर्तमान में वैज्ञानिक न्यूट्रान, प्रोट्रान और इलेक्ट्रान को मानते हैं वही ब्रह्मा, विष्णु, महेश हैं जिसने विश्व की संरचना की है। मैं पूर्ण रुप से सन्यासी हूं और मैं भाग्यशाली हूं कि गाजीपुर मेरी कर्मस्थली हैं। सन्यासी बाईलाज के आधार पर मैं जीवनयापन करता हूं। उन्होने बताया कि सनातन परम्परा में मंत्र की बहुत बड़ी शक्ति है। आज भी मंत्र की साधना करने से हर ईच्छा की पूर्ति होती है। उन्होने बताया कि मंत्र के बल पर ही महाराजा दशरथ को श्रीराम जैसा पुत्र प्राप्त हुआ। श्रीराम जैसा पुत्र आजतक दूसरा कोई जन्म नही लिया हुआ है। उन्होने भारत सरकार से कहा कि भारत सरकार मुझे कोई भी मुश्किल काम सौंप दें मैं मंत्र के बल पर सफलता पूर्वक कर दूंगा, अगर नहीं कर सका तो दूसरे देश चला जाऊंगा। श्री शूत श्लोक का एक करोड़ बार जाप करने से व्यक्ति को अपार धन सम्पदा का लाभ होता है। उन्होने कहा कि देश के सुख-समृद्धि के लिए मैं नवरात्र में मां काली का पूजन-अर्चन करता हूं।