शिवकुमार
गाजीपुर। सांसद अफजाल अंसारी के निर्णय से समाजवादी पार्टी के सभी विधायक चक्रव्यूह में फंस गये है। विधायकों को इनके निर्णय से सहमत होना भी अच्छा नही लग रहा है और विरोध करने पर कार्यकर्ताओ के आक्रोश का डर सता रहा है। पिछले दिनों सांसद अफजाल अंसारी ने समाजवादी पार्टी के सभी विधानसभा अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष और बड़े पदाधिकारियो की बैठक बुलाई, बैठक में स्वागत के बाद सांसद अफजाल अंसारी ने यह ऐलान किया कि वह आने वाले अपने सांसद निधि को हर विधानसभा के अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष व वरिष्ठ पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओ के राय पर निधि का 75 प्रतिशत विकास कार्यो के लिए प्रस्ताव देगें, शेष 25 प्रतिशत स्वविवेक से खर्च करेगें। सांसद अफजाल अंसारी के निर्णय से कार्यकर्ताओ में उत्साह और जोश भर गया कि पहली बार किसी बड़े जनप्रतिनिधि ने कार्यकर्ताओ का सम्मान कर उनके राय पर निधि का प्रस्ताव देने काऐलान किया है, लेकिन वहीं यह निर्णय सपा विधायको के गलें का फांस बन गया है जिसे वह पचा भी नही पा रहें है और निगल भी नही पा रहें है। अभी तक विधायक निधि को विधायक भी स्वविवेक से खर्च करते रहें है। जखनियां विधानसभा के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि सांसद अफजाल अंसारी के निर्णय से कार्यकर्ताओ में काफी उत्साह है कि पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने छोटे पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओ का सम्मान किया। सदर ब्लाक गाजीपुर के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष संतोष यादव ने बताया कि सांसद अफजाल अंसारी के निर्णय से पार्टी के संगठन को मजबूती मिलेगी, विधायको को भी सांसद जी के तरह कार्यकर्ताओ का सम्मान करना चाहिए। सांसद अफजाल अंसारी के निर्णय से अब सियासी गेंद विधायक और कार्यकर्ताओ के पाले में चली गयी है। कुछ सपा के विधायक अपने टिकट के भविष्य को लेकर सशंकित हैं तभी निधि वाला गेंद उनके पाले में आ गयी है। अब देखना है कि इसका काट कैसे करते है।