लखनऊ। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के तीन दिवसीय वार्षिक कला, साहित्य, एवं सांस्कृतिक उत्सव ‘अभ्युदय 2025’ का रंगारंग उद्घाटन विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित हुआ। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. एच. एस. जोशी, निदेशक, आर एम आर सी, गोरखपुर उपस्थित रहे जबकि कुलपति प्रो जे पी सैनी ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। अतिथियों ने दीप जलाकर और वाग्देवी एवं पंडित मालवीय के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि प्रो एच एस जोशी ने कहा कि सांस्कृतिक महोत्सवों के आयोजन से परिसर की नीरसता कम होती है, और विद्यार्थियों की बहुत से दबी छुपी प्रतिभा का विकास होता है। इसलिए, ऐसे आयोजन बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ और सुखी जीवन में संगीत और ललित कलाओं का बहुत महत्व हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो जे पी सैनी जी ने कहा कि संगीत और कलाओं का मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत ही सकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए, सभी विद्यार्थियों को अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर किसी न किसी गतिविधि में अवश्य भाग लेना चाहिए। इससे तनाव कम होता है और बहुत ऊर्जा मिलती है। इसके पूर्व, छात्र क्रिया कलाप परिषद् के अध्यक्ष प्रो बी के पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ हरीश चंद्र ने तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कुलसचिव चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी ने कहा कि आपका उत्साह और उल्लास देखने योग्य है। आपका यह उल्लास और उत्साह बना रहे। उद्घाटन सत्र को साधु टी वी एस की प्रतिनिधि सुश्री चेल्सी और बीकानेरवाला, गोरखपुर की प्रतिनिधि सुश्री पलक ने भी संबोधित किया। महोत्सव का आरम्भ पतंगबाजी प्रतियोगिता ‘काइट रनर’ से हुआ जिसमें छात्रों ने अपनी अपनी पतंगों को ऊँचाइयों तक पहुँचाने की होड़ में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्य मंच पर संगीत और नृत्य प्रतियोगिताओं के प्रारंभिक चरण संपन्न हुए, जिनमें ‘रागा’ (शास्त्रीय गायन), ‘मेलजोल’ (युगल गायन), ‘गूंज’ (समूह गायन) और ‘रेडर ज़ोन’ (रिदमिक प्रस्तुति) जैसी प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। दोपहर में आईटीआरसी स्थित आर्यभट्ट हॉल में ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ का आयोजन हुआ। इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने तर्क-वितर्क द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए, जिससे माहौल बौद्धिक चर्चाओं से भर गया। अपनी रचनात्मकता को दर्शाते हुए अर्चीविंग इमोशन्स’ प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी भावनाओं को रचनात्मक और कलात्मक तरीकों से व्यक्त किया। इसी दौरान, छोटे उस्ताद’ नामक गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें छोटे उम्र के कलाकारों ने अपनी मधुर आवाज़ और नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। शाम को बहुउद्देश्यीय भवन में ‘स्ट्रीट सिंक’ कार्यक्रम हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी शानदार नृत्य प्रस्तुतियों और उने बीच हुई नृत्य द्वंद से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रमओ की श्रंखला में प्रो-नाइट ग्राउंड में ‘बूगी थ्रिल्स’ आयोजित हुआ, जहाँ प्रतिभागियों ने अपनी ऊर्जावान डांस प्रस्तुतियों से माहौल को जीवंत बना दिया। इसके बाद ‘हर्मोसा’ फैशन शो हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने पारंपरिक और आधुनिक परिधानों में रैंप वॉक कर संध्या को और आकर्षक बना दिया। अंत में, प्रो-नाइट ग्राउंड में बहुप्रतीक्षित ‘कोरस बैंड’ की प्रस्तुति हुई। बैंड की शानदार धुनों और ऊर्जावान परफॉर्मेंस ने पूरे माहौल को संगीतमय कर दिया, जिससे दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए। इस प्रकार, अभ्युदय ’25 का पहला दिन भव्यता, उमंग और सांस्कृतिक समृद्धि से भरपूर रहा। विभिन्न कार्यक्रमों ने पूरे परिसर को जीवंत बना दिया और छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अद्भुत मंच प्रदान किया।