बलिया। जिले के रेवती-सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन के बीच कुआंपीपर रेलवे क्रॉसिंग के पास पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। उसकी शिनाख्त रितेश यादव (23) पुत्र नरेश यादव निवासी कस्बा रेवती वार्ड 13 के रूप में हुई। पहचान होने के साथ ही एक नया खुलासा हुआ। बृहस्पतिवार को ही देर शाम पचरुखिया मार्ग तिराहा स्थित एक मकान में नीतू सिंह (22) पुत्री राजेन्द्र सिंह निवासी ग्राम लमुही थाना रेवती का शव पंखे से लटकता मिला। छानबीन में पता चला कि मृतक रितेश और नीतू सिंह पति-पत्नी के रूप में उक्त मकान में रह रहे थे। दोनों शवों को कब्जे में लेने के साथ ही पुलिस ने नगर के वार्ड 13 निवासी रितेश की मां मीरा देवी से पूछताछ की। उसने अपने बेटे रितेश तथा रेनू के शवों की पहचान की। बताया कि पिछले दुर्गा पूजा में रितेश की शादी कहीं और तय की गई थी, लेकिन रितेश ने नीतू के साथ शादी कर ली। पहले बलिया में किराये का मकान लेकर रहता था। नीतू को वहां रख कर बाहर कमाने चला गया। इधर, कुछ दिन पहले उन्होंने रेवती में पचरुखिया मार्ग पर एक मकान में किराये का कमरा लिया और रहने लगे। आसपास के किरायेदारों का कहना है कि दोनों के बीच कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। इसी बीच बृहस्पतिवार की सुबह नीतू के साथ विवाद के बाद रितेश घर से बाहर निकल गया। बाद में पता चला कि रितेश ट्रेन की चपेट में आ गया है। उधर, सुबह से ही नीतू के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। शाम तक दरवाजा नहीं खुलने पर आसपास के किराएदारों ने मकान मालिक को सूचना दी। मकान मालिक ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़कर अंदर गए। देखा कि युवती का शव पंखे से लटक रहा था। पुलिस ने शव को उतरवा कर कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय को भेज दिया। शुक्रवार को दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम हुआ। घटना के बाद से ही दोनों के परिजनों में कोहराम मचा है।